टीम इंडिया के हेड कोच रवि शास्त्री ने रविंद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन की स्पिन जोड़ी का विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए खुलकर समर्थन किया।
भारत और न्यूजीलैंड के बीच डब्ल्यूटीसी फाइनल का पहला दिन बारिश की भेंट चढ़ गया था। इसके बाद से फैंस कयास लगा रहे थे कि टीम इंडिया अपनी प्लेइंग इलेवन में बदलाव करेगी और एक स्पिनर को बाहर करके तेज गेंदबाज को शामिल किया जाएगा।
हालांकि, टीम इंडिया ने गुरुवार को जिस प्लेइंग इलेवन की घोषणा की थी, उसी के साथ मैदान संभाला। साउथैम्प्टन की तेज गेंदबाजों के लिए मददगार पिच पर भारत ने दोनों स्पिनरों को खिलाने का फैसला लिया।
स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत में कोच रवि शास्त्री ने ध्यान दिलाया कि भले ही पिच और स्थिति तेज गेंदबाजों के लिए मददगार हो, लेकिन जब सूरज निकलेगा तब स्पिनर्स अहम भूमिका निभाएंगे।
जडेजा और अश्विन के टेस्ट क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन पर प्रकाश डालते हुए शास्त्री ने कहा, 'इस तरह के दिन तेज गेंदबाजों को मदद मिलती है, लेकिन जब सूरज निकलेगा तब स्पिनर्स की भूमिका अहम हो जाएगी। जडेजा और अश्विन के पास काफी मिश्रण हैं और वो जोड़ी में गेंदबाजी करते हैं। इन्होंने करीब 600-700 विकेट लिए हैं और एकदूसरे को काफी अच्छे से लेकर आगे बढ़ते हैं।'
सभी विश्व कप का बड़ा डैडी है डब्ल्यूटीसी फाइनल: रवि शास्त्री
रवि शास्त्री ने इसके अलावा विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के महत्व के बारे में बताया। शास्त्री की नजर में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप सभी वैश्विक क्रिकेट इवेंट्स में सबसे बड़ा है।
शास्त्री ने कहा, 'यह सभी विश्व कप का बड़ा डैडी है। मैंने 1983 विश्व कप खेला। कुछ विश्व कप में कमेंट्री की, लेकिन ये उन सभी से बड़ा है। यह सबसे कठिन प्रारूप है, सबसे बड़ा प्रारूप और जिम्मेदारी की संतुष्टि सर्वाधिक चाहिए। कई बड़े खिलाड़ी हैं, जिनके हाथ विश्व कप की ट्रॉफी नहीं लगी, तो बड़ा फाइनल खेलना हमेशा विशेष होता है।'