टीम इंडिया जून से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में जिम्मेदारी दोबारा शुरू करेगी और वह सबसे पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में हिस्सा लेगी। यह मुकाबला 18-22 जून के बीच साउथैम्प्टन में खेला जाएगा। इसके बाद 4 अगस्त से भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगी।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) सभी सुरक्षा मानकों को सुनिश्चित करना चाहता है ताकि भारत का इंग्लैंड दौरा और डब्ल्यूटीसी फाइनल बिना किसी रुकावट के आयोजित हो सके। भारतीय बोर्ड ने सभी खिलाड़ियों को बुधवार को मुंबई में एकत्रित होने के आदेश दिए हैं, जिसके बाद 14 दिन की पृथकवास अवधि में खिलाड़ियों को तीन बार आरटी-पीसीआर टेस्ट से गुजरना होगा।
बीसीसीआई ने इंग्लैंड दौरे पर जा रहे सभी को स्पष्ट कहा है कि मुंबई पहुंचने के बाद कोई कोविड-19 पॉजिटिव नहीं निकले क्योकि अगर कोई पॉजिटिव पाया जाता है तो बोर्ड उसको कोई विशेष सुविधा नहीं देने वाला है।
टाइम्स ऑफ इंडिया के हवाले से सूत्र ने कहा, 'खिलाड़ियों को जानकारी दे दी गई है कि अगर मुंबई में आने के बाद कोविड-19 पॉजिटिव निकला तो उसे दौरे पर नहीं भेजा जाएगा। बीसीसीआई किसी अन्य क्रिकेटर के लिए एक और चार्टर फ्लाइट की सुविधा मुहैया नहीं कराएगा।'
दूसरे डोज में इंग्लैंड करेगा मदद: बीसीसीआई सूत्र
इस बीच यह जानकारी मिली है कि यूके सरकार ने फैसला किया है कि भारतीय खिलाड़ियों को यूके में कोविड-19 वैक्सीन का दूसरा डोज लगने के लिए विशेष सुविधा आयोजित कराई जाएगी। 1 मई से भारतीय सरकार ने घोषणा की है कि 18 की उम्र से ज्यादा वाले लोगों को वैक्सीन का पहला डोज लगवाने की अनुमति है।
इसलिए कई यूके जाने वाले क्रिकेटरों जैसे विराट कोहली, रविचंद्रन अश्विन, अजिंक्य रहाणे, जसप्रीत बुमराह, ईशांत शर्मा, ऋषभ पंत, शुभमन गिल और रविंद्र जडेजा वैक्सीन का पहला टीका लगवा चुके हैं। अब बीसीसीआई ईसीबी के साथ काम कर रहा है कि यूके में भारतीय खिलाड़ियों को वैक्सीन का दूसरा डोज लगवाने के लिए विशेष सुविधा आयोजित की जा सके।
यूके स्वास्थ्य विभाग ने भारतीय खिलाड़ियों के वैक्सीन लगवाने की जिम्मेदारी ली है। सूत्र ने कहा, 'सरकार ने 18 से ज्यादा उम्र वालों के लिए वैक्सीन प्रक्रिया शुरू की तो टीम ने पहला डोज लगवा लिया है। दूसरे डोज की व्यवस्था यूके स्वास्थ्य विभाग कराएगा जब खिलाड़ी नियम के मुताबिक दूसरा टीका लगवाने के लिए योग्य होंगे।'