न्यूजीलैंड (New Zealand) और इंग्लैंड (England) द्वारा पाकिस्तान में खेलने से मना करने के बाद कई तरह की बातें उठी है। कई लोगों के बयान भी आए हैं। इस बीच ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी उस्मान ख्वाजा ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है और निशाने पर भारत को लिया है। ख्वाजा ने कहा कि यही स्थिति भारत के साथ होती तो कोई खेलने से मना नहीं करता क्योंकि पैसा मायने रखता है।
ESPNCricinfo के अनुसार ख्वाजा ने कहा कि खिलाड़ियों और संस्थानों के लिए पाकिस्तान को मना करना आसान है क्योंकि यह पाकिस्तान है। मुझे लगता है कि यही चीज बांग्लादेश पर भी लागु होती है। भारत में ऐसी स्थिति होती तो कोई मना नहीं करता।
ख्वाजा ने आगे कहा कि हम सब जानते हैं कि पैसा बोलता है, शायद यही सबसे बड़ी बात है। वे समय-समय पर अपने टूर्नामेंटों से साबित करते रहते हैं कि यह क्रिकेट के लिए सुरक्षित स्थान है। मुझे लगता है कि वहां (पाकिस्तान) नहीं जाने का कोई कारण नहीं है।
उल्लेखनीय है कि उस्मान ख्वाजा का जन्म पाकिस्तान में हुआ था और जब वह छह साल के थे तब परिवार ऑस्ट्रेलिया चला गया था। इसके बाद वह वही से खेलने लगे और ऑस्ट्रेलिया की राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने में भी सफल रहे थे।
हालांकि ख्वाजा की बातों पर गौर किया जाए तो इसमें सच्चाई कम ही नजर आती है। इंग्लैंड की टीम 2008 में भारत दौरे पर आई थी और मुंबई में 26 नवम्बर को पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी हमला हुआ था। उस समय इंग्लिश टीम दौरा छोड़कर वापस चली गई थी। हालांकि टीम गुवाहाटी में थी और मुंबई से इस शहर की दूरी 2500 किलोमीटर से भी ज्यादा है। इसके बाद भी इंग्लैंड की टीम भारत दौरा बीच में छोड़कर गई थी। सीरीज के 2 वनडे मुकाबले रद्द कर दिए गए थे।
आईपीएल को इस बार कोरोना वायरस के कारण बीच में रोका गया था। इससे पहले ही ऑस्ट्रेलिया के कुछ खिलाड़ियों ने जाने का निर्णय ले लिया था और अपनी टीमों को छोड़ दिया था। बीसीसीआई और फ्रेंचाइजियों ने उन खिलाड़ियों को जाने की अनुमति प्रदान कर दी थी।