पाकिस्तान क्रिकेट टीम (Pakistan Cricket Team) के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज मोहम्मद सामी (Mohammad Sami ) ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि कराची का होने की वजह से उनके साथ भेदभाव किया गया। सामी के मुताबिक उन्होंने अपने इंटरनेशनल करियर में दो बार 100mph+ की रफ्तार से गेंदबाजी की है लेकिन ये आंकड़े दर्ज नहीं किए गए और क्योंकि वो कराची से आते हैं।
पाकिस्तान में कराची और लाहौर के बीच हर चीज में प्रतिस्पर्धा देखने को मिलती है। वहीं क्रिकेट में ये जंग और भी तेज हो जाती है। 1950 से ही डोमेस्टिक क्रिकेट में भी दोनों शहरों के बीच काफी बड़ी राइवलरी चली आ रही है। ये पहली बार नहीं है जब किसी प्लेयर ने आरोप लगाया हो कि कराची का होने की वजह से उसके साथ भेदभाव हुआ है।
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मोहम्मद सामी ने आरोप लगाया कि उन्होंने दो बार 100mph की रफ्तार से बॉलिंग की लेकिन रिकॉर्ड बुक में उनका नाम नहीं दर्ज हुआ क्योंकि वो कराची से आते हैं। पाकिस्तानी पत्रकार शोएब जट्ट के ट्विटर हैंडल पर अपलोड किए गए वीडियो में सामी ने कहा,
मैंने दो बार 100 mph की रफ्तार से इंटरनेशनल क्रिकेट में बॉलिंग की, लेकिन उन्होंने मुझे वो पहचान नहीं दी क्योंकि मैं कराची से हूं। मैंने चार ओवरों में तीन विकेट लिए लेकिन उन्होंने मेरा स्पेल बदल दिया क्योंकि मैं कराची का हूं।
कराची से होने का खामियाजा भुगतना पड़ा - मोहम्मद सामी
इस वीडियो में मोहम्मद सामी ने कहा कि कराची का होने की वजह से उन्हें सही तरह से आगे बढ़ने का मौका ही नहीं मिला। इसके साथ ही उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि उनके इमेज को खराब करने की कोशिश की गई और साथ ही ये भी कहा कि उनके करियर में भी रुकावट डाली गई और इन सबकी वजह ये थी कि वो कराची से थे।
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