IPL vs PSL : आईपीएल और पीएसएल का आयोजन अगले साल एकसाथ हो सकता है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने एक ऐसा फैसला लिया है, जिसे अगर मंजूर कर लिया गया तो फिर पीएसएल की तारीखें आईपीएल से टकरा सकती हैं। पीसीबी के इस निर्णय से हर कोई हैरान है। सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या पीएसएल को उतने विदेशी खिलाड़ी मिल पाएंगे, क्योंकि उसी वक्त आईपीएल का आयोजन हो रहा होगा।
हर साल पहले पीएसएल का आयोजन होता है और उसके बाद आईपीएल का आयोजन होता है। पीएसएल का आयोजन आमतौर पर जनवरी से लेकर मार्च के बीच होता है। फरवरी से शुरु होकर ये आधे मार्च तक खत्म हो जाता है। हालांकि 2025 में पाकिस्तान को चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी करनी है और इसका आयोजन फरवरी में होगा। ऐसे में उन्हें पीएसएल के 10वें सीजन को आगे करना पड़ेगा। पाकिस्तान बोर्ड ने पीएसएल के आयोजन के लिए 7 अप्रैल से 20 मई तक के विंडो का सुझाव दिया है। इसी विंडो पर आईपीएल का आयोजन भी होता है, जैसा इस बार हो रहा है।
ईएसपीएन क्रिकइन्फो की रिपोर्ट के मुताबिक पीएसएल को लेकर पीसीबी ने कुछ सुझाव दिए हैं। जो इस प्रकार हैं।
1.अगले सीजन से पीएसएल को अप्रैल-मई के विंडो में शिफ्ट करना। इसका मतलब कि इसकी सीधी टक्कर पीएसएल से होगी।
2.सैलरी कैप से बाहर एक मार्की प्लेयर को साइन करने के लिए फ्रेंचाइजी को एक्स्ट्रा मनी खर्च करने की इजाजत होगी। ये 2 करोड़ से ज्यादा की रकम हो सकती है।
2.पीएसएल के प्लेऑफ न्युट्रल वेन्यू पर खेले जाएंगे, जिसमें इंग्लैंड एक ऑप्शन है।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और सभी छह पीएसएल फ्रेंचाइज के बीच एक मीटिंग हुई थी और उस मीटिंग में पीसीबी ने ये सिफारिशें की थीं। ईएसपीएन क्रिकइन्फो के मुताबिक कुछ फ्रेंचाइजी तो इसके पक्ष में हैं लेकिन कुछ ने इसका विरोध किया है। शाहीन अफरीदी की अगुवाई वाली लाहौर कलंदर्स को लेकर माना जा रहा है कि वो इस सुझाव के पक्ष में नहीं हैं।
पहले ऐसा माना जा रहा था कि पीएसएल को सिर्फ चैंपियंस ट्रॉफी की वजह से अप्रैल-मई के विंडो में शिफ्ट किया जा रहा है लेकिन खबरों के मुताबिक इसे परमानेंट इसी विंडो में कराने की तैयारी है।