केपटाउन में दक्षिण अफ्रीका (South Africa) और ऑस्ट्रेलिया (Australia) के बीच हुए टेस्ट मैच का बॉल टैम्परिंग मामला एक बार फिर तूल पकड़ रहा है। कैमरन बैंक्रोफ्ट ने दावा किया था कि ज्यादातर खिलाड़ियों को टैम्परिंग के बारे में पता था। इसको लेकर अब ऑस्ट्रेलिया के चार गेंदबाजों पैट कमिंस, नाथन लायन, जोश हेजलवुड और मिचेल स्टार्क ने एक संयुक्त बयान देते हुए आरोपों से इनकार किया है।
इन चारों ने स्टेटमेंट जारी करते हुए कहा है कि जब तक बड़ी स्क्रीन पर तस्वीरें देखी गई, तब तक हमें नहीं पता था कि बॉल पर लगाने के लिए बाहर से कोई सब्सटांस लाया गया है। बिना सबूत भी जो लोग कह रहे हैं कि हमें पता था, हम यही कहेंगे कि मैच के दौरान अम्पायर नाइजल लॉन्ग और रिचर्ड इलिंगवर्थ ने टीवी पर तस्वीरें आने के बाद बॉल को चेक किया था और कोई बदलाव नहीं पाए जाने पर इसे बदला नहीं था।
ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के बयान में यह भी कहा गया कि न्यूलैंड्स में जो भी हुआ, उसके लिए कोई बहाना नहीं बनाया जा सकता है। यह गलत था और आगे ऐसा कभी नहीं होना चाहिए। हमें एक सबक मिला है और हम चाहते हैं कि हम जिस तरह से खेलें, उससे जनता को एक बदलाव दिखाई दे। खिलाड़ी के रूप में सुधार हमारे अंदर जारी रहेगा। हम विनम्रता से कहते हैं कि इन अफवाहों का अंत हो। यह काफी पीछे की बातें हैं और अब आगे बढ़ना चाहिए।
गौरतलब है कि केपटाउन टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया की तरफ से बॉल पर सैंड पेपर का इस्तेमाल किया गया था, जिसे कैमरे पर साफ़ तौर पर देखा गया। इसके बाद स्टीव स्मिथ को कप्तानी से हटाया गया और डेविड वॉर्नर को भी उपकप्तान के पद से हटाने के अलावा दोनों को एक साल के बैन किया गया। कैमरन बैंक्रोफ्ट को भी कुछ महीनों के लिए बैन किया गया था। बैंक्रोफ्ट ने मामले की जानकारी ज्यादातर खिलाड़ियों को होने की बात कहते हुए इसे फिर से खोल दिया था।