Pakistan players central contract duration: पाकिस्तान क्रिकेट में लगातार हलचल चलती रहती है और कोई ना कोई फैसला लिया जाता है। टी20 वर्ल्ड कप 2024 में पाकिस्तान टीम के ख़राब प्रदर्शन के बाद बदलाव का दौर जारी है। पहले चयन समिति से वहाब रियाज और अब्दुल रज्जाक को बाहर किया गया, वहीं अब खिलाड़ियों के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट को लेकर बड़ा फैसला हुआ है। पीसीबी ने पिछले साल ही खिलाड़ियों को तीन-तीन साल के लिए सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट दिया था लेकिन अब इसकी अवधि सिर्फ एक साल के लिए कर दी गई है। हालांकि, खिलाड़ियों की सैलरी में कोई कटौती नहीं हुई है लेकिन अवधि को दो साल कम कर दिया गया है।
टी20 वर्ल्ड कप के नौवें संस्करण में बाबर आज़म के नेतृत्व में पाकिस्तान का प्रदर्शन काफी ख़राब रहा। उसे चिरप्रतिद्वंदी भारत से हार मिली, जबकि यूएसए के खिलाफ भी उलटफेर का शिकार होना पड़ा। इन दोनों मैच में हार के कारण पाकिस्तान का सुपर 8 में पहुंचने का सपना टूट गया था। इसके बाद से ही पाकिस्तान क्रिकेट में उथल-पुथल जारी है। फैंस भी काफी नाराज हैं। वहीं, अब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने खिलाड़ियों के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट को तीन साल से सिर्फ एक साल की अवधि के लिए कर दिया।
पाकिस्तानी खिलाड़ियों के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट की अवधि को किया गया कम
नकवी ने यह फैसला लाहौर में हुई मीटिंग में लिया। इस मीटिंग में पीसीबी अध्यक्ष के अलावा टीम के टेस्ट कोच कोच जेसन गिलेस्पी, व्हाइट बॉल कोच गैरी कर्स्टन, चयनकर्ता मोहम्मद यूसुफ और असद शफीक, सहायक कोच अजहर महमूद और कुछ अन्य सदस्य भी शामिल हुए।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीसीबी के एक अधिकारी ने इसी पूरे घटनाक्रम की पुष्टि की और बताया,
"चयनकर्ताओं ने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट के पैसे में बदलाव नहीं करने की सिफारिश की है, जिसे अब 12 महीने के कॉन्ट्रैक्ट में संशोधित किया जाएगा जिसमें खिलाड़ियों की फिटनेस, व्यवहार और फॉर्म सभी का आकलन हर 12 महीने में किया जाएगा।"
आपको बता दें कि पाकिस्तान का टी20 वर्ल्ड कप 2024 से पहले भी ख़राब प्रदर्शन देखने को मिला था। टीम पिछले साल एशिया कप भी नहीं जीत पाई थी और वनडे वर्ल्ड कप में भी सेमीफाइनल से पहले ही बाहर हो गई थी। इसी वजह से पाकिस्तान टीम लगातार आलोचना झेल रही है।