इंग्लैंड (England Cricket team) के दिग्गज ऑलराउंडर बेन स्टोक्स (Ben Stokes) ने हाल ही में वनडे प्रारूप से संन्यास लिया। क्रिकेट जगत में स्टोक्स के संन्यास के बाद इस विषय पर चर्चा होने लगी है कि क्रिकेट का कार्यक्रम कितना व्यस्त कर दिया गया है और क्रिकेटरों को कितना खेलने के लिए कहा जाएगा। स्टोक्स ने दक्षिण अफ्रीका (South Africa Cricket team) के खिलाफ अपने गृहनगर डरहम में आखिरी वनडे खेला।
स्टोक्स ने अपने आखिरी वनडे से पहले कहा था कि खिलाड़ी कोई कार नहीं है, जिसे पेट्रोल या डीजल भरकर चलाया जाए। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन रमीज राजा ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कड़ा बयान दिया है।
रमीज राजा ने कहा कि कई देश हैं, जो क्रिकेट को फुटबॉल की तरह चला रहे हैं और जल्द ही उन्हें एहसास होगा कि उन्होंने क्या किया।
राजा ने क्रिकेट पाकिस्तान के हवाले से कहा, 'लोग क्रिकेट को फुटबॉल की तरह चलाने की कोशिश कर रहे हैं। कई देश ऐसा कर रहे हैं। जब कैलेंडर पूरा हो जाएगा, तब जल्द ही उन्हें एहसास होगा कि उन्होंने क्या किया।'
वहीं इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने भी बेन स्टोक्स के वनडे से संन्यास लेने के फैसले पर अपनी राय प्रकट की थी। हुसैन ने कहा था कि मौजूदा क्रिकेट कार्यक्रम खिलाड़ियों के लिए पागलपन जैसा है।
हुसैन ने स्काई स्पोर्ट्स से बातचीत में कहा था, 'यह कहना गलत नहीं होगा कि निराशाजनक खबर है, लेकिन इस समय क्रिकेट कार्यक्रम jजहाँ है, यह उसका रिफ्लेक्शन है। यह खिलाड़ियों के लिए पागलपन है। अगर आईसीसी अपने इवेंट्स करता रहेगा और व्यक्तिगत बोर्ड गैप को भरते रहेंगे और इतनी ज्यादा क्रिकेट होगी तो ये क्रिकेटर्स कहेंगे कि मेरा हो गया। स्टोक्स ने 31 की उम्र में एक प्रारूप से संन्यास ले लिया, जो कि सही नहीं है। क्रिकेट कार्यक्रम पर ध्यान देने की जरूरत है। यह इस समय मजाक बन गया है।'
उन्होंने आगे कहा, 'ऐसा लगता है कि 50 ओवर क्रिकेट पर सभी का ध्यान है क्योंकि सभी को टेस्ट मैच क्रिकेट और टी20 क्रिकेट से प्यार है। आईपीएल को बड़ी विंडो मिलती है तो वो लंबे समय तक चलता है और खिलाड़ी अपना नाम वापस ले लेते हैं। दक्षिण अफ्रीका ने भी द्विपक्षीय सीरीज से अपना नाम वापस ले लिया है, जिससे वर्ल्ड कप क्वालिफिकेशन में उन्हें मुसीबत पड़ सकती है और यह बड़ी बात है।'