टीम इंडिया (India Cricket team) के ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने खुलासा किया कि जब वह खराब दौर से गुजर रहे थे तब चेन्नई में क्लब मैच खेलते हुए समय उन्होंने ऐसे बयान सुने कि यह आदमी खत्म हो गया है। हालांकि, अश्विन वापसी को बेकरार थे और उन्होंने चोट की समस्या से निपटने के लिए अपनी फिटनेस पर कड़ी मेहनत की।
अश्विन ने साल 2021 का अंत सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज के रूप में किया। उन्होंने 9 मैचों में 16.64 की औसत से 54 विकेट लिए। हालांकि, पिछले कुछ सालों में जब वह फिटनेस और चोट की समस्या से जूझ रहे थे तो उनका अंतरराष्ट्रीय करियर डगमगाया हुआ नजर आ रहा था।
यह पूछने पर कि चुनौतीपूर्ण समय और आलोचनाओं से किस तरह ऊपर आए, तो अश्विन ने बैकस्टेज विथ बोरिया में कहा, 'एक खिलाड़ी के रूप में आप आलोचनाओं से घिरे होते हैं। आपको इससे ऊपर आना होता है। कई लोगों ने मुझे खत्म बता दिया था।'
अश्विन ने आगे कहा, 'मैं चेन्नई में मैच खेलने जाता था तो मैं बहुत कठिन परिश्रम करता था। तब मैंने कई लोगों की बात सुनी, जिन्होंने कहा कि यह आदमी आया और इसलिए खेल रहा है क्योंकि इसका इंटरनेशनल करियर खत्म हो गया है। यह पूरी तरह समाप्त हो गया है। मैं इन चीजों को सुनने का आदि हो चुका था। कभी तो इस पर हंसी आ जाती थी तो कभी दुख होता था।'
35 साल के अश्विन ने स्वीकार किया कि उन्होंने फिटनेस पर काफी ध्यान दिया और वापसी के लिए काम किया। अश्विन ने खुलासा किया, 'महामारी में रोजाना मैं उठकर खुद से कहता था- यह मायने नहीं रखता कि लोग क्या सोचते हैं। मगर यह क्रिकेटर, इसमें कुछ बचा है। और इस तरह मैं नहीं छोड़ना चाहता। यह कड़ा युद्ध था। मैंने दिन में दो बार ट्रेनिंग की। मैंने 3-10 डाइटिशियन की समीक्षा की। मैंने निश्चित ही अच्छा खाना शुरू किया, बेहतर ट्रेनिंग की और मेरे दिमाग में ज्यादा सकारात्मकता आई।'
न सिर्फ अश्विन के लिए 2021 टेस्ट मैचों के लिए यादगार रहा। उन्होंने चार साल बाद सीमित ओवर क्रिकेट में वापसी की और टी20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया।
रविचंद्रन अश्विन इस समय भारतीय टीम के साथ दक्षिण अफ्रीका में है। अश्विन एक बड़ा रिकॉर्ड तोड़ने के करीब है। वह कपिल देव के 434 टेस्ट विकेट का रिकॉर्ड तोड़ने से 6 विकेट दूर हैं।