Ravichandran Ashwin Statement on Ravindra Jadeja: चेन्नई में भारत और बांग्लादेश के बीच हो रहे मुकाबले में जो दो खिलाड़ी अब तक चर्चा में रहे हैं, वो रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा हैं। मैच में अगर भारत की स्थिति अच्छी नजर आ रही है, तो उसका श्रेय इन दोनों खिलाड़ियों को ही जाता है। मैच के दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद अश्विन ने प्रेस कांफ्रेंस में अपने जोड़ीदार जडेजा की तारीफ में कसीदे पढ़े। इसके साथ उन्होंने खुलासा करते हुए बताया कि कैसे जडेजा को बल्लेबाजी करते देखने के बाद, उन्हें बल्लेबाजी में बेहतर होने में मदद मिली।
रवींद्र जडेजा की तरह बनना चाहते हैं रविचंद्रन अश्विन
प्रेस कांफ्रेंस में अश्विन ने कहा, 'वह (जडेजा) काफी प्रतिभशाली खिलाड़ी हैं और इस बात से मैं हमेशा उनसे ईर्ष्या करता हूं। उन्होंने अपनी क्षमता को बढ़ाने में उच्च स्तर तक पहुंचाने के तरीके खोज लिए हैं। मैं ये भी सोचता हूं कि काश में उनके जैसा बन पाता, लेकिन मैं जैसा हूं वैसा खुश हूं।'
इसके साथ अश्विन ने ये भी स्वीकार किया कि जडेजा दूसरे छोर पर मौजूद थे, इसी वजह से उन्हें अपना छठा टेस्ट शतक पूरा करने में मदद मिली। दाएं हाथ के दिग्गज स्पिनर ने माना कि वह एक असाधारण क्रिकेटर हैं। मुझे लगता है कि पिछले कुछ सालों में जडेजा को बल्लेबाजी करते देखने के बाद, मुझे पता चला कि मैं कितना बेहतर हो सकता हूं।
गौरतलब हो कि टीम इंडिया अपनी पहली पारी की शुरुआत में काफी मुश्किल स्थिति में लग रही थी। हसन महमूद ने खतरनाक गेंदबाजी करते हुए, टीम इंडिया के टॉप ऑर्डर को ध्वस्त कर दिया था और मेजबान बैकफुट पर नजर आ रहे थे। 144 पर 6 विकेट गिरने के बाद, भारतीय टीम पर 200 से कम के स्कोर पर ऑलआउट होने का खतरा मंडरा रहा था।
इसके बाद रवींद्र जडेजा (86) और अश्विन (113) ने बहतरीन बल्लेबाजी करते हुए सातवें विकेट के लिए 199 रन की रिकॉर्ड साझेदारी निभाई थी। इनकी पारियो की मदद से मेजबान टीम 376 रन बनाने में सफल हो पाई थी। जवाबी पारी में बांग्लादेशी टीम 149 रन पर ढेर हो गई थी और भारत ने 227 रन की बढ़त हासिल की। दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारतीय टीम ने अपनी दूसरी पारी में 3 विकेट खोकर 81 रन बना लिए थे। शुभमन गिल (33*) और ऋषभ पंत (12*) क्रीज पर जमे हुए हैं।