"तब चलने में भी दर्द होता था", रविचंद्रन अश्विन ने अपने करियर के सबसे मुश्किल पल का खुलासा किया

रविचंद्रन अश्विन ने बताया कि उन्‍हें चोट के दौरान पैदल चलने में भी दिक्‍कत होती थी
रविचंद्रन अश्विन ने बताया कि उन्‍हें चोट के दौरान पैदल चलने में भी दिक्‍कत होती थी

टीम इंडिया (India Cricket team) के अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने 2017 से 2019 के बीच हुई कई चोटों से अपनी लड़ाई का खुलासा किया। 35 साल के अश्विन ने खुलासा किया कि 'पेटेलर टेंडोनिटिस' में उन्‍हें चलने में भी काफी दर्द महसूस होता था।

अश्विन इस मुश्‍किल समय से उबरे और न्‍यूजीलैंड के खिलाफ भारत की घरेलू टेस्‍ट सीरीज जीत में अहम भूमिका निभाई। ऑफ स्पिनर ने दो टेस्‍ट में 11.36 की औसत से 14 विकेट लिए और इसके लिए उन्‍हें प्‍लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया।

द क्रिकेट मंथली को दिए इंटरव्‍यू में अश्विन ने याद किया कि वह कैसे एक चोट के बाद दूसरी चोट से जूझे और फिर ठीक होकर लौटे। अश्विन ने कहा, 'जब शारीरिक तैयारी की बात आती है तो 2017 से 2019 के बाद मुझे सबसे पहले चोट लगी पेटेलर टेंडोनिटिस। यह ऐसी नहीं कि आप इसके साथ खेल नहीं सकते। मगर इस चोट की खूबसूरती यह है कि आपके घुटने गर्म नहीं होंगे। सुबह तो मुझे चलने में भी बहुत दर्द होता था। दिन बढ़ता था तो घुटने खुलते थे, लेकिन तब आप जॉगिंग नहीं कर सकते। ठीक महसूस होने के लिए कम से कम दो से तीन राउंड की जरूरत पड़ती थी। दर्द कभी गया ही नहीं।'

चोटों ने मुझ पर कई दाग छोड़े: अश्विन

अश्विन ने बताया कि इस चोट का पहले उनके दाएं पैर पर असर पड़ा था, जिससे कूदने में तकलीफ होती थी। अपने संघर्ष के बारे में बताते हुए अश्विन ने कहा, 'गेंद डालने से पहले आपको हल्‍की सी कूद लगाना पड़ती है। आपको एक पैर पर बल देकर तुरंत ही दूसरा पैर उठाना पड़ता है। तो यह बहुत चुनौतीपूर्ण था। फिर बाएं पैर में भी इसका प्रभाव पड़ा, क्‍योंकि उसे अतिरिक्‍त भार उठाना पड़ता था।'

अश्विन के लिए चीजें तब और खराब हो गई जब बाद में वह 'एथलेटिक पुबालगिया' से जूझे जो उनका मानना है कि यह पहली चोट का बढ़ा हुआ रूप था। दूसरी चोट से गेंदबाजी पर क्‍या फर्क पड़ा, यह बताते हुए स्पिनर ने कहा, 'शरीर के हर भाग को भरपाई करनी पड़ रही थी, जो घुटना निर्मित नहीं कर पा रहा था। फिर मैंने विभिन्‍न एक्‍शन से गेंदबाजी करना शुरू की। एथलेटिक पुबालगिया के कारण हमेशा साइड-ऑन पोजीशन में रहना मुश्किल था। फिर स्‍पेल के 10 ओवर बाद शरीर में अचानक कोई ऊर्जा ही नहीं बचती थी। फिर मैंने अपने एब्‍डोमैन को चोट पहुंचाई, फिर एडक्‍टर्स को चोट लगी। इन चोटों ने मुझे पर कई दाग छोड़े हैं।'

अश्विन के लिए बड़ी बात यह है कि उन्‍होंने अपनी फिटनेस पर कड़ी मेहनत की और जोरदार वापसी की। अश्विन अब दक्षिण अफ्रीका में टेस्‍ट सीरीज में एक्‍शन में नजर आएंगे।

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