Rishabh Pant On His Comparison with MS Dhoni: चेन्नई टेस्ट में जीत के बाद शतकवीर ऋषभ पंत ने धोनी से की जाने वाली तुलना पर बताया कि उनकी नजर अभी अपनी ताकत को और मजबूत करने पर है। चोट के चलते करीब 2 साल बाद बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट में वापसी करते हुए पंत ने शानदार शतक लगाया, जिसे लेकर उनका यह मानना है कि उनके लिए हर एक पारी सर्वश्रेष्ठ है। ऋषभ के नजरिए से हर एक इनिंग की प्राथमिकता अच्छा करने पर है।
रेड बॉल क्रिकेट में ऋषभ पंत ने वापसी करके यह दिखा दिया कि क्यों उन्हें इस फॉर्मेट के एक परिपक्व खिलाड़ी के रूप में देखा जाता है। टीम इंडिया ने पहले टेस्ट मैच में बांग्लादेश पर 280 रनों से जीत दर्ज की है। इस जीत में पंत की अहम भूमिका रही है। चेन्नई टेस्ट की दूसरी पारी में उन्होंने 109 रन बनाए, जिसमें 13 चौके और 4 छक्के जड़े।
पोस्ट मैच शो के दौरान पंत ने अपने बयान में शतक का जिक्र करते हुए कहा कि
चेन्नई सुपर किंग्स का यह घरेलू मैदान है। माही भाई ने इस ग्राउंड पर काफी ज्यादा क्रिकेट खेली है, वो एक महान खिलाड़ी रहे हैं। मैं अपने आप में एक पहचान बनना चाहता हूं, मुझे इससे फर्क नहीं पड़ता है कि लोग क्या और किससे मेरी तुलना कर रहे हैं। मैं अपनी चीजों को एकदम सरल रखता हूं और बेस्ट देने पर ज्यादा जोर देता हूं।
ऋषभ पंत ने की महेंद्र सिंह धोनी की बराबरी
पंत ने अपने करियर का छठा शतक जड़ा है। वो महेंद्र सिंह धोनी के बाद दूसरे विकेटकीपर हैं, जिन्होंने 6 सेंचुरी टीम इंडिया के लिए मारी है। पूर्व भारतीय कप्तान धोनी ने यह कारनामा 90 टेस्ट मैचों में किया था, जबकि ऋषभ पंत ने 34 टेस्ट मैचों में ही कर दिया।
तीसरे दिन के खेल पर ऋषभ पंत ने अपने बयान में बताया,
मैं अपनी सोच को सरल रखते हुए परिस्थिति के मुताबिक बल्लेबाजी की। उन्होंने तीसरे दिन स्पिनर के साथ शुरुआत की, जिससे मैंने अपने गेम को बैक किया और इनिंग को आगे बढ़ाया। मुझे इस बात का अंदाजा था कि हमने 3 विकेट खो दिए हैं और राहुल भाई के बाद आने वाले लोअर आर्डर पर दबाब नहीं देना था।
चोट से लंबे समय तक टीम से आउट रहे ऋषभ पंत का मनोबल इस शतकीय पारी के बाद काफी ऊपर जाएगा, जिसका फायदा टीम इंडिया को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के नजरिए से मिलेगा। भारत को अभी ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसी टीमों का सामना करना है।