Top 5 batters most centuries in Border-Gavaskar Trophy: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 22 नवंबर से शुरु हो रही 5 टेस्ट मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी को लेकर क्रिकेट प्रशंसकों की उत्सुकता चरम पर है। ऐसे में भारतीय टीम एक बार ट्रॉफी पर अपना कब्जा जमाने मैदान पर उतरेगी। बता दें कि साल 2024-25 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की मेजबानी ऑस्ट्रेलिया करेगा।
इतिहास पर नजर डालें तो भारत इस द्विपक्षीय सीरीज की सबसे सफल टीम रही है, जिसने ऑस्ट्रेलिया की तुलना में दोगुना यानी कुल 10 बार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर अपना कब्जा जमाया है। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारतीय बल्लेबाजों का भी जबरदस्त बोलबाला रहा है। इसमें अबतक सबसे अधिक शतक जमाने वाले शीर्ष 5 बल्लेबाजों की बात करें तो दो दिग्गज भारतीय खिलाड़ियों का नाम शामिल है। इस आर्टिकल में हम उन सभी पांच का जिक्र करने जा रहे हैं।
Border-Gavaskar Trophy में सर्वाधिक शतक जड़ने वाले बल्लेबाज
5. माइकल क्लार्क
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में सबसे ज्यादा शतक बनाने वालों की लिस्ट में पांचवें स्थान पर हैं। क्लार्क ने अपने करियर में 22 मैच खेलते हुए 7 शतक जड़े। इस दौरान क्लार्क ने 53.92 की औसत से शानदार बल्लेबाजी करते हुए 2049 रन बनाए।
4. रिकी पोंटिंग
कंगारू टीम के पूर्व दिग्गज कप्तान रिकी पोंटिंग ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के मुकाबलों में कुल 29 मैच खेलते हुए 8 शतक जड़े हैं। इस दौरान उन्होंने 54.36 की औसत से 2555 रन बनाए हैं।
3. विराट कोहली
मौजूदा भारतीय दिग्गज खिलाड़ी विराट कोहली ने अब तक बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 24 मुकाबले खेलते हुए 8 शतक जड़े हैं। विराट कोहली का बल्ला जमकर बोला है और इस बार भी उनसे कुछ ऐसे ही धमाकेदार प्रदर्शन की उम्मीद होगी।
2. स्टीव स्मिथ
स्टीव स्मिथ ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 18 मुकाबले खेलते हुए रिकी पोंटिंग और विराट कोहली की तरह ही आठ शतकीय पारियां खेली हैं। हालांकि, स्मिथ ने दोनों की तुलना में कम मैच खेले हैं। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने महज 18 मैचों में 65.06 की औसत से बल्लेबाजी करते हुए 8 शतक के साथ 1887 रन बनाए हैं।
1. सचिन तेंदुलकर
क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर का नाम इस सूची में शीर्ष पर है। सचिन तेंदुलकर ने 34 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी मैचों में भारत की प्रतिनिधित्व करते हुए 56.24 की औसत से 3262 रन बनाए हैं और 9 शतक भी जड़े हैं। हालांकि, इस बार विराट कोहली और स्टीव स्मिथ के पास तेंदुलकर को पीछे छोड़ते हुए आगे बढ़ने का मौका होगा।