पूर्व क्रिकेटर समी असलम ने पाकिस्तान क्रिकेट (Cricket) में एक बड़ी कमी की तरफ इशारा किया है। समी असलम ने पाकिस्तान क्रिकेट में फेवरेटिज्म पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि जब तक ये चीजें खत्म नहीं होती हैं तब तक आप बेहतरीन प्लेयर नहीं बना सकते हैं।
शनिवार को पाक पैसन के साथ इंटरव्यू में समी असलम ने बताया कि पीसीबी की सेलेक्शन कमेटी अब प्लेयर्स को अपने आपको साबित करने के लिए ज्यादा मौके देने में विश्वास रखती है। लेकिन जब मैं टीम का हिस्सा था तब ऐसा नहीं था।
समी असलम के मुताबिक उनके जमाने में 20 मैचों में भी फ्लॉप होने के बाद फेवरेटिज्म की वजह से टीम में जगह मिल सकती थी। जबकि जो खिलाड़ी फेवरिट नहीं होता था उसे एक मैच के बाद ही बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता था।
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पाकिस्तान क्रिकेट को लेकर समी असलम का पूरा बयान
उन्होंने कहा "सबसे बड़ी दिक्कत ये है कि जिस भी प्लेयर को वो मौका दे रहे थे उसे सेटल होने की इजाजत ही नहीं थी। कुछ ही मैचों में खराब प्रदर्शन के बाद उस प्लेयर को बाहर बैठा दिया जाता था। अब सेलेक्टर्स प्लेयर्स को पूरे मौके देने की बात करते हैं। लेकिन पहले ऐसा नहीं था और दो बार कम रन बनाने के बाद किसी भी बेहतरीन बल्लेबाज को बाहर कर दिया जाता था। अगर फेवरेटिज्म का कल्चर समाप्त नहीं हुआ तो फिर आप बेहतरीन प्लेयर नहीं बना सकते हैं।"
आपको बता दें कि समी असलम ने पाकिस्तान के लिए 13 टेस्ट मुकाबले खेले और इस दौरान 31.58 की औसत से 758 रन बनाए। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 7 अर्धशतक लगाए और उनका उच्चतम स्कोर 91 रन रहा।
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