सिडनी टेस्ट मैच के लिए सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल (Mayank Agarwal ) को भारतीय टीम (Indian Cricket Team) में शामिल नहीं किया गया। मयंक अग्रवाल पहले दो टेस्ट मैचों के लिए प्लेइंग इलेवन का हिस्सा थे लेकिन खराब प्रदर्शन की वजह से उन्हें तीसरे टेस्ट मैच से बाहर कर दिया गया। हालांकि पूर्व भारतीय बल्लेबाज संजय मांजरेकर इससे खुश नहीं हैं और उन्होंने टीम मैनेजमेंट पर सवाल उठाए हैं।
संजय मांजरेकर का मानना है कि मयंक अग्रवाल का ड्रॉप होना ये दिखाता है कि भारतीय टीम मैनेजमेंट प्लेयर्स को रिजेक्ट कर रही है और उन्हें लंबे समय के लिए मौका नहीं देना चाहती है। मयंक अग्रवाल के ड्रॉप होने पर संजय मांजरेकर ने निराशा जताई और कहा कि भारतीय मैनेजमेंट काफी जल्दी प्लेयर्स को टीम से बाहर कर देता है। उनके मुताबिक मयंक अग्रवाल को मौका मिलते रहना चाहिए था। उन्होंने कहा,
जिस प्लेयर को नहीं खिलाया गया है उससे एक बार फिर यही पता चलता है कि थिंक टैंक की रणनीति प्लेयर्स को रिजेक्ट करने की है ना कि सेलेक्ट करने की। अगर मैं होता तो मयंक अग्रवाल को टीम में रखता क्योंकि वो एक युवा प्लेयर हैं और अच्छी फॉर्म में हैं। मैं शुभमन गिल को भी रखता लेकिन उन्हें निचले क्रम में खिलाता।
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मयंक अग्रवाल इस वक्त जबरदस्त फॉर्म में हैं - संजय मांजरेकर
संजय मांजरेकर के मुताबिक पिछले कुछ सालों में मयंक अग्रवाल ने काफी रन बनाए हैं और उनकी जबरदस्त फॉर्म को देखते हुए उन्हें टीम से ड्रॉप करना सही नहीं था। उन्होंने कहा,
अगर आप मयंक अग्रवाल के रिकॉर्ड को देखें तो जिस प्लेयर ने पिछले सीजन हजार रन बनाए हों उसे आप छह पारियों की असफलता के आधार पर ड्रॉप नहीं कर सकते हैं। वो एक स्टॉक प्लेयर हैं जो लगातार आगे बढ़ते रहेंगे। वो अभी युवा भी हैं।
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