Sarfaraz Khan first test century: न्यूजीलैंड के खिलाफ बेंगलुरु में खेले जा रहे तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मैच में भारत की दूसरी पारी में सरफराज खान की शानदार बल्लेबाजी देखने को मिली। तीसरे दिन सरफराज ने अपना अर्धशतक पूरा किया था और उन्होंने चौथे दिन की शुरुआत में जल्दी-जल्दी कुछ चौके लगाए और फिर अपने टेस्ट करियर का पहला शतक भी जड़ दिया। सरफराज ने अपने ऊपर दिखाए गए भरोसे को पूरी तरह साबित किया और घरेलू क्रिकेट की जबरदस्त फॉर्म को न्यूजीलैंड के खिलाफ भी बरकरार रखा। उन्होंने 100 गेंदों में सैकड़ा बनाया।
सरफराज खान का शानदार शतक
बेंगलुरु टेस्ट की पहली पारी में सरफराज खान अपना खाता नहीं खोल पाए थे और एक आक्रामक शॉट खेलने के प्रयास में बिना कोई रन बनाए पवेलियन लौट गए थे। उनकी काफी आलोचना भी हुई थी लेकिन इस बल्लेबाज ने अपनी दूसरी पारी में मौके को नहीं गंवाया। न्यूजीलैंड की विशाल बढ़त का दबाव सरफराज ने अपनी बल्लेबाजी पर असर नहीं पड़ने दिया और खुलकर अपने शॉट खेले। उन्होंने तीसरे दिन विराट कोहली के साथ बेहतरीन शतकीय साझेदारी निभाई और फिर आज अपनी उसी लय को बरकरार रखते हुए कई चौके लगाए। उन्होंने 57वें ओवर की तीसरी गेंद पर चौका लगाकर अपने इंटरनेशनल करियर का पहला शतक जड़ने में कामयाबी हासिल की। इस दौरान सरफराज ने 13 चौके और तीन छक्के भी लगाए।
खास कारनामा करने वाले 22वें भारतीय बल्लेबाज
सरफराज खान ने दूसरी पारी में शतक लगाकर अब एक खास लिस्ट में भी अपना नाम दर्ज करा लिया है। वह अब टेस्ट इतिहास में 22वें भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं, जिन्होंने किसी मैच की पहली पारी में शून्य बनाया और फिर दूसरी पारी में शतक जड़ा। हाल ही में भारत की तरफ से इस उपलब्धि को शुभमन गिल ने अपने नाम किया था। उन्होंने चेन्नई टेस्ट की पहली पारी में डक बनाया था लेकिन फिर दूसरी पारी में नाबाद शतक जड़ते हुए 119 रन की पारी खेली थी। वहीं, न्यूजीलैंड के खिलाफ ऐसा करने वाले शिखर धवन के बाद, सरफराज़ दूसरे भारतीय बन गए हैं। धवन ने ऑकलैंड में साल 2014 में ऐसा किया था।
बता दें कि सरफराज खान को बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज में एक भी मैच खेलने को नहीं मिला था और उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले मैच में भी मौका मिलने की उम्मीद नहीं थी लेकिन शुभमन गिल की गर्दन में ऐंठन उनके लिए मौका बन गई। गिल के बाहर होने से सरफराज को प्लेइंग 11 में जगह मिली और अब उन्होंने शतक जड़कर निश्चित रूप से कप्तान और कोच को प्रभावित किया होगा।