भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का मानना है कि कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान के तौर पर उन्हें वो आजादी नहीं मिली, जोकि गौतम गंभीर को मिली थी। इसके अलावा सौरव गांगुली ने केकेआर के पूर्व कोच जॉन बुकानन को लेकर भी अहम प्रतिक्रिया दी है।
आपको बता दें कि गौतम गंभीर ने 2011 से लेकर 2017 तक कोलकाता नाइट राइडर्स की कप्तानी की थी। गौतम गंभीर की कप्तानी में ही केकेआर ने 2012 और 2014 में दो बार आईपीएल का खिताब भी जीता था।
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सौरव गांगुली आईपीएल के पहले तीन सीजन में कोलकाता नाइट राइडर्स का हिस्सा थे। पहले और तीसरे सीजन में उन्होंने टीम की कप्तानी की थी, तो दूसरे सीजन में वो सिर्फ एक खिलाड़ी के तौर पर खेले थे।
गौतम भट्टाचार्य को उनके यू-ट्यूब चैनल पर दिए इंटरव्यू में सौरव गांगुली ने कहा,
"मैं एक इंटरव्यू में देख रहा था जहां गौतम गंभीर ने बताया था कि शाहरुख खान ने उन्हें कहा था कि यह आपकी टीम है और वो इसमें दखल नहीं देंगे। मैंने भी उन्हें पहले सीजन में यह ही कहा था, आप मेरे ऊपर छोड़ दीजिए, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। आईपीएल की बेस्ट टीम वो ही हैं, जहां टीम को प्लेयर्स पर ही छोड़ा गया हो। आप सीएसके को देखिए, वहां धोनी टीम को चलाते हैं। मुंबई में भी रोहित शर्मा को खिलाड़ियों को सिलेक्ट करने के लिए कोई नहीं कहता।"
सौरव गांगुली की कप्तानी में केकेआर सेमीफाइनल में कभी नहीं पहुंची
कोलकाता नाइट राइडर्स की कप्तानी सौरव गांगुली ने 27 मैचों में की, जिसमें 13 में टीम को जीत मिली, तो 14 में टीम को शिकस्त का सामना करना पड़ा और टीम उनकी कप्तानी में कभी भी सेमीफाइनल में नहीं पहुंच पाई।
इस बीच सौरव गांगुली का उस वक्त टीम के कोच जॉन बुकानन के साथ भी विवाद हुआ, जिसको लेकर दादा ने कहा कि उनके और बुकानन के सोचने का तरीका अलग था। उनके मुताबितक दोनों के बीच मतभेद था। गांगुली ने साफ किया कि बुकानन टीम में चार कप्तान चाहते थे।
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