South Africa joins calls for Afghanistan cricket boycott: अगले महीने से होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी से पहले अफगानिस्तान क्रिकेट टीम बड़ी मुश्किल में दिखाई दे रही है। दरअसल यह मामला उनकी महिला टीम से जुड़ा हुआ है। तालिबान के राज के बाद से ही अफगानिस्तान में महिलाओं की क्रिकेट पर रोक लगा दी गई है और अब इस बात को तीन साल पूरे हो चुके हैं। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) की लगातार कोशिश के बावजूद अफगानिस्तान में महिला क्रिकेट शुरू नहीं हो पाया है। अब इसी बात को लेकर पहले इंग्लैंड ने और उनके बाद अब दक्षिण अफ्रीका ने चैंपियंस ट्रॉफी में अफगानिस्तान के खिलाफ होने वाले अपने-अपने मैचों के बहिष्कार की मांग की है।
इंग्लैंड के नेताओं द्वारा चैंपियंस ट्रॉफी में अफगानिस्तान के खिलाफ मैच का बहिष्कार करने की मांग के कुछ ही घंटे बाद दक्षिण अफ्रीका से भी ऐसी ही खबर आई है। दक्षिण अफ्रीका के खेलमंत्री गेटन मैकेंजी ने भी अपनी टीम से अफगानिस्तान के खिलाफ मैच नहीं खेलने का आग्रह किया है।
उन्होंने अपने बयान में कहा, "क्रिकेट साउथ, अफ्रीका अन्य देशों के क्रिकेट फेडरेशन और ICC को ध्यान से यह सोचना होगा की क्रिकेट का खेल विश्व को क्या संदेश देना चाहता है और खास तौर से इस खेल की महिलाओं को। खेल मंत्री होने की वजह से यह निर्णय लेना मेरी जिम्मेदारी नहीं है कि दक्षिण अफ्रीका अपना मैच अफगानिस्तान के खिलाफ खेलेगी या नहीं। अगर यह निर्णय मुझे लेना होता तो मैं यह मैच बिल्कुल नहीं होने देता।"
ऑस्ट्रेलिया ने लगातार किया है अफगानिस्तान के खिलाफ द्विपक्षीय सीरीज से इंकार
तालिबान का राज आने के बाद से अब तक ऑस्ट्रेलिया इकलौती ऐसी टीम रही है जिसने अफगानिस्तान का खुलकर विरोध किया है। पिछले तीन सालों में ऑस्ट्रेलिया ने तीन बार अफगानिस्तान के खिलाफ द्विपक्षीय सीरीज खेलने से इंकार किया है। इसमें अफगानिस्तान का वह टेस्ट मैच भी शामिल है जो वे ऑस्ट्रेलिया जाकर खेलने वाले थे। हालांकि, अब तक ऑस्ट्रेलिया ने किसी भी ICC इवेंट में अफगानिस्तान के खिलाफ मैच खेलने से इंकार नहीं किया है।
पिछले साल ही टी-20 विश्व कप में अफगानिस्तान ने ऑस्ट्रेलिया को हराया था। हालांकि, पिछले ही साल अगस्त में दोनों देशों के बीच तीन मैचों की टी-20 सीरीज खेली जानी थी, लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने ये सीरीज खेलने से भी मना कर दिया था।