दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के बीच न्यूलैंड्स में खेले जाने वाले पहले टी20 मैच में नस्लीय अन्याय के खिलाफ लड़ाई में दक्षिण अफ्रीकी टीम ने अपना समर्थन देने का फैसला किया है। दरअसल, हाल ही में खबर आई थी कि दक्षिण अफ्रीकी टीम एक घुटने पर नही बैठेगी जो "ब्लैक लाइव्स मैटर" आंदोलन का हिस्सा है। शुरुआत में दक्षिण अफ्रीका की टीम इस आंदोलन के समर्थन में नहीं थी। दक्षिण अफ्रीका के इस रवैये की काफी आलोचना भी हुयी थी। दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के बीच पहला टी20 मैच 27 नवंबर को खेला जायेगा। एक घुटने के बल पर बैठना नस्लीय अन्याय के खिलाफ उस वैश्विक आंदोलन का हिस्सा है जो अमेरिका में 25 मई को जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस से झड़प के दौरान मौत के बाद शुरू हुआ था।
खबरों के अनुसार दक्षिण अफ्रीका के खिलाड़ी नस्लभेदी अन्याय के खिलाफ एकजुट हैं। खिलाड़ियों ने कहा कि वह देश मे 300 सालों से कायम इस नस्लभेद को खत्म करने को आतुर हैं। हालांकि उन्होंने घुटने के बल बैठकर समर्थन ना देने के पीछे की वजह का खुलासा नहीं किया। कुछ खिलाड़ियों ने इसके लिए धार्मिक कारणों का हवाला दिया।
दक्षिण अफ्रीका से पहले भी कई खिलाड़ी इसका समर्थन कर चुके हैं
भारतीय टीम के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने भी आईपीएल के दौरान इस आंदोलन का समर्थन किया था। 25 अक्टूबर को राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ बल्लेबाजी के दौरान मुंबई इंडियंस की तरफ से खेलने वाले पांड्या ने एक घुटने के बल बैठकर इस आंदोलन का समर्थन किया था। इंग्लैंड के खिलाड़ी, जिन्होंने वेस्टइंडीज और आयरलैंड के खिलाफ अपनी घरेलू श्रृंखला के दौरान घुटने टेक कर इस आंदोलन का समर्थन किया था लेकिन पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया था। हालाँकि उम्मीद है कि इंग्लैंड की टीम दक्षिण अफ्रीका के द्वारा जो भी इस आंदोलन को लेकर किया उसका समर्थन करेगी।