भारत और न्यूजीलैंड के बीच पहले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल लंबे समय तक याद रखा जाएगा। यह सिर्फ इसलिए नहीं क्योंकि पहला संस्करण था, लेकिन इसलिए भी क्योंकि न्यूजीलैंड ने चार दिन से भी कम खेल के बावजूद मैच जीतने में कामयाबी हासिल की।
करीब एक सप्ताह बाद डब्ल्यूटीसी फाइनल चर्चा का विषय बना हुआ है। विशेषज्ञ, पूर्व क्रिकेटर्स और पंडित खेल के कई पहलुओं पर विश्लेषण दे रहे हैं। अब इसमें भारत के पूर्व क्रिकेटर श्रीधरन श्रीराम भी जुड़ गए हैं।
पांच साल के ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजी कोच श्रीराम ने कहा कि यह करीबी मुकाबला था और उन्होंने भारत के पिछले 12 महीने में बदलाव पर भी प्रकाश डाला।
श्रीराम ने क्रिकेट नेक्स्ट से बातचीत में कहा, 'वो करीबी मैच था। मेरे ख्याल से न्यूजीलैंड ने स्थिति में खुद को बेहतर तरीके से ढाला। न्यूजीलैंड ने डब्ल्यूटीसी फाइनल से पहले इंग्लैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैच खेले थे। वह अच्छी तरह से स्थितियों से वाकिफ हो चुके थे। कई लोगों ने भारतीय टीम की पिछले एक साल की यात्रा पर ध्यान नहीं दिया था कि वह किस दौर से गुजरे।'
उन्होंने आगे कहा, 'दुबई में आईपीएल के बाद वह सीधे ऑस्ट्रेलिया गए और तीन-चार महीने बबल में रहे। फिर पांच दिन के लिए घर लौटे और इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज के लिए दोबारा दो महीने बबल में रहे। इसके बाद आईपीएल 2021 के बबल में चले गए। फिर मुंबई में 14 दिन का पृथकवास, इंग्लैंड जाना, डब्ल्यूटीसी फाइनल खेलना और अब छह सप्ताह में एक और पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलना।'
न्यूजीलैंड भाग्यशाली रहा: श्रीराम
श्रीराम ने आगे कहा, 'भारतीय टीम पिछले 12 महीने जिस दौर से गुजरी, वो बहुत कठिन था। ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी आईपीएल से घर लौटे। उन्हें मालदीव्स में पृथकवास होना पड़ा और फिर ऑस्ट्रेलिया पहुंचने के बाद 14 दिन सूरज की रोशनी नहीं देखना, उन्हें भी बहुत मुश्किल हुई।'
उन्होंने आगे कहा, 'न्यूजीलैंड सबसे भाग्यशाली रहा क्योंकि उनके देश में कोविड-19 मामले ज्यादा नहीं थे। वह आजाद रहे, खुले मैदान में खेला। अभ्यास किया। अपने घरेलू मैच खेले। इंग्लैंड जाकर दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेली और फिर डब्ल्यूटीसी फाइनल में हिस्सा लिया। हालांकि, भारतीय टीम के लिए कोई बहाना नहीं बना सकते।'
बहरहाल, भारतीय टीम अब 4 अगस्त से इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में हिस्सा लेगी।