श्रीलंका (Sri Lanka Cricket team) के पहले टेस्ट में कप्तान करने वाले बंदुला वर्नापुरा (Bandula Warnapura) का सोमवार को निधन हो गया। वह निजी अस्पताल में उपचार करा रहे थे। 68 साल के बंदुला वर्नापुरा ने अपने देश के लिए 4 टेस्ट और 12 वनडे मैच खेले।
विज्ञप्ति में कहा गया, 'श्रीलंका क्रिकेट को श्रीलंका के पहले टेस्ट कप्तान बंदुला वर्नापुरा के निधन की खबर से गहरा दुख हुआ है। हम श्रीलंका की क्रिकेट बिरादरी की ओर से इस कठिन समय में परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं।'
पूर्व ओपनर ने अपना वनडे डेब्यू 1975 विश्व कप मैच में वेस्टइंडीज के खिलाफ ओल्ड ट्रैफर्ड में किया था। अपने अगले मैच में बंदुला वर्नापुरा ने डेनिस लिली और जेफ थॉमसन जैसे घातक गेंदबाजों के सामने 39 गेंदों में 31 रन की उम्दा पारी खेली थी।
फिर 1979 में हुए अगले विश्व कप में बंदुला वर्नापुरा ने श्रीलंकाई टीम की कप्तानी की थी, जिसने भारत को मात दी थी। बंदुला वर्नापुरा ने 1981-82 सीजन में पाकिस्तान के खिलाफ अपना सर्वश्रेष्ठ वनडे स्कोर 77 रन का बनाया था, लेकिन श्रीलंका को इस मुकाबले में 8 विकेट की शिकस्त मिली थी।
वर्नापुरा ने श्रीलंका के सबसे पहले टेस्ट में कप्तानी की। 1982 में कोलंबो में श्रीलंका ने इंग्लैंड के खिलाफ अपना पहला टेस्ट मैच खेला था। उन्होंने श्रीलंका के लिए पहली गेंद का सामना किया था और टेस्ट क्रिकेट में पहले रन भी बनाए थे।
वर्नापुरा के नाम दर्ज है दुर्लभ रिकॉर्ड
इस मैच में उन्होंने दुर्लभ रिकॉर्ड अपने नाम किया था। उन्होंने पहली पारी में बल्लेबाजी में ओपनिंग की थी जबकि दूसरी पारी में गेंदबाजी में ओपनिंग की थी। वर्नापुरा ने जल्द ही विद्रोही टीम के साथ दक्षिण अफ्रीका जाने का फैसला किया।
68 साल के बंदुला वर्नापुरा ने 1970 में भारतीय यूनिवर्सिटीज के खिलाफ अपने फर्स्ट क्लास करियर का डेब्यू किया था। 1973-74 सीजन में उनके फर्स्ट क्लास करियर में टर्निंग प्वाइंट आया जब उन्होंने पाकिस्तान अंडर-25 के खिलाफ 154 रन जोड़े। उस सीजन में उन्होंने चार दिवसीय मैच में पाकिस्तान एकादश के खिलाफ 92 रन की शानदार पारी भी खेली थी।
पाकिस्तान एकादश के पास तब टेस्ट मैच गेंदबाज आसिफ मसूद, सलीम अल्ताफ और इंतिखाब आलम थे। खेल से संन्यास के बाद बंदुला वर्नापुरा ने श्रीलंकाई सेट-अप के कोच के रूप में काम किया और फिर कोचिंग के निदेशक बन गए।