जब भी एशेज (Ashes) की बारी आती है तो हर बार यह इंग्लैंड (England Cricket Team) और ऑस्ट्रेलिया के बीच खास प्रतिस्पर्धा और उच्च स्तर के क्रिकेट की वजह से चर्चा का विषय रहती है। इस बार एशेज का आयोजन ऑस्ट्रेलिया में होना है और ऑस्ट्रेलिया में कोरोना को देखते हुए बायो-बबल के काफी सख्त नियम हैं और इसी वजह से इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने चिंता भी जाहिर की थी और शुरुआत में दौरे से नाम वापस लेने की भी बात कही थी। हालांकि अब सभी खिलाड़ी दौरे के लिए तैयार हैं और टीम के दिग्गज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड (Stuart Broad) ने भी टीम को बायो-बबल की चिंता को छोड़कर एशेज को दोबारा से हासिल करने पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी है।
इंग्लैंड ने कुछ समय पहले ही एशेज के लिए 17 सदस्यीय स्क्वॉड की घोषणा की है, जिसमें इंग्लैंड के सभी प्रमुख खिलाड़ी हैं। बेन स्टोक्स चोटिल होने और मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल के लिए ब्रेक पर होने की वजह से इस स्क्वॉड का हिस्सा नहीं हैं।
चोट से वापसी कर रहे स्टुअर्ट ब्रॉड का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया में अपने क्वारंटीन प्रोटोकॉल को पूरा करने के बाद सभी को क्रिकेट के बारे में बात करनी चाहिए। उन्होंने कहा,
हमें अपने दिमाग को उन बबल अनुभवों से दूर करना होगा जिनसे हमें लंबे समय तक निपटना पड़ा है। हमें दौरे का आनंद लेने के बारे में बात करनी है और हमें मैदान पर बेहतर खेलने के लिए क्या करना है। हम बेहतर गेंदें कैसे फेंकते हैं और हम अपने कैच कैसे लेते हैं? क्योंकि अगर हमारा दिमाग भटक गया तो हम ऑस्ट्रेलिया में नहीं जीत पाएंगे। जब हम ऑस्ट्रेलिया पहुंचेंगे तो यही हमारी मानसिकता होगी, यह सिर्फ क्रिकेट है। हमें क्रिकेट के बारे में बात करने की जरूरत है और मैं निश्चित रूप से ऐसा करने के लिए उत्सुक हूं।
एशेज में इंग्लैंड के अच्छे प्रदर्शन के लिए गेंदबाजी में स्टुअर्ट ब्रॉड को जेम्स एंडरसन के साथ मिलकर शानदार प्रदर्शन करने की जरूरत होगी। अगर ऐसा नहीं होता तो इंग्लैंड के लिए काफी मुश्किलें आएंगी।
एशेज के लिए इंग्लैंड का स्क्वॉड
जो रूट (कप्तान), जेम्स एंडरसन, जोनाथन बेयरस्टो, डॉम बेस, स्टुअर्ट ब्रॉड, रोरी बर्न्स, जोस बटलर, जैक क्रॉली, हसीब हमीद, डैन लॉरेंस, जैक लीच, डेविड मलान, क्रेग ओवरटन, ओली पोप, ओली रॉबिन्सन, क्रिस वोक्स, मार्क वुड।