ऑस्ट्रेलियाई टीम के सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर (David Warner) के लिए इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड एक बुरा सपना बन चुके हैं। अगर बात करें तो 2019 की एशेज सीरीज से लेकर ही ब्रॉड ने लगातार वॉर्नर को अपना शिकार बनाया है और इसको लेकर उन्होंने बड़ी प्रतिक्रिया दी है। ब्रॉड ने बताया कि क्यों वो वॉर्नर को बार-बार परेशान करने में सफल रहे हैं।
डेविड वॉर्नर जब पिछली बार इंग्लैंड में एशेज सीरीज खेलने के लिए गए थे तो उनके लिए वो दौरा काफी मुश्किलों भरा रहा था। ब्रॉड ने डेविड वॉर्नर को काफी ज्यादा परेशान किया था। स्टुअर्ट ब्रॉड ने डेविड वॉर्नर को सात बार अपना शिकार बनाया था। उस सीरीज में वॉर्नर का परफॉर्मेंस काफी खराब रहा था और वो 9.5 की औसत से केवल 95 रन ही बना पाए थे। इसके अलावा इस सीरीज में भी अभी तक वॉर्नर को ब्रॉड कई बार अपना शिकार बना चुके हैं।
मैं डेविड वॉर्नर को हाथ खोलने का मौका नहीं देता हूं - स्टुअर्ड ब्रॉड
स्टुअर्ड ब्रॉड ने डेविड वॉर्नर को अभी तक कुल मिलाकर 17 बार आउट किया है और एक्टिव क्रिकेटर्स में ये एक रिकॉर्ड है। डेली मेल के लिए लिखे अपने कॉलम में स्टुअर्ट ब्रॉड ने कहा "सच्चाई ये है कि डेविड वॉर्नर के सामने गेंदबाजी करने में मुझे हमेशा दिक्कतें आई हैं और अभी भी ऐसा ही है। राउंड द विकेट जाकर मैं कोशिश करता हूं कि वॉर्नर को अपने हाथ खोलने का मौका ना दूं जो उन्हें पसंद है। इसके अलावा मैं उन्हें फुल लेंथ गेंद डालता हूं ताकि वो 80 से 85 प्रतिशत गेंदें खेलें।"
ब्रॉड ने आगे कहा "वॉर्नर मेरे खिलाफ ऑफ साइड में काफी शॉट लगाते थे और 2015 के एशेज से पहले हमारे गेंदबाजी कोच ओटिस गिब्सन ने कहा कि बाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ मेरा औसत काफी ज्यादा है। ऑस्ट्रेलिया की टीम में उस वक्त काफी बाएं हाथ के बल्लेबाज थे। कोच ने कहा कि अगर मैंने कोई तरीका नहीं निकाला तो टीम से बाहर कर दिया जाउंगा। इसके बाद मैंने चार महीने तक राउंड द विकेट गेंदबाजी की प्रैक्टिस की। आठ साल पहले ट्रेंट ब्रिज में राउंड द विकेट डालकर मैंने 8 विकेट लिए।"