Suryakumar Yadav Relationship with Gautam Gambhir: भारत और श्रीलंका (SL vs IND) के बीच 3 टी20 मैचों की सीरीज का आगाज 27 जुलाई से होने जा रहा है। ये सीरीज कप्तान सूर्यकुमार यादव के साथ-साथ कोच गौतम गंभीर के लिए भी बेहद खास होने वाली है। सीरीज के शुरू होने से पहले सूर्यकुमार ने गौतम गंभीर के साथ अपने रिश्ते को लेकर एक इंटरव्यू दिया, जिसका वीडियो बीसीसीआई ने साझा किया है।
भारतीय टीम के हेड कोच की भूमिका मिलते ही गंभीर ने सबसे पहले सूर्यकुमार यादव को भारत की टी20 टीम का कप्तान नियुक्त किया था। हालांकि, ज्यादातर भारतीय फैंस को लगा था कि हार्दिक पांड्या इस जिम्मेदारी को संभालेंगे लेकिन फिटनेस और वर्कलोड के चलते उन्हें ये जिम्मेदारी नहीं सौंपी गई।
सूर्यकुमार यादव और गौतम गंभीर का कनेक्शन है काफी पुराना
गौरतलब हो कि सूर्यकुमार यादव आईपीएल में गौतम गंभीर की कप्तानी में कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेल चुके हैं। सूर्या को स्काई नाम गंभीर का ही दिया हुआ है। गंभीर के साथ अपने रिलेशनशिप के बारे में बोलते हुए दाएं हाथ के बल्लेबाज का एक बार फिर फ़िल्मी अंदाज देखने को मिला।
सूर्या ने कहा, 'उनके साथ मेरा रिश्ता काफी खास है क्योंकि मैंने आईपीएल 2014 में उनके नेतृत्व में खेला था और उसके बाद से मुझे और मौके मिलने लगे। तीन कदम चले और आप भी दो कदम आए और बीच में कहीं तो मिले। यह उस तरह का रिश्ता था और आज भी वैसा ही है। वह जानते हैं कि मैं कैसे काम करता हूं और खेल के लिए मेरी मानसिकता कैसी है। यह देखने के लिए बहुत उत्साहित हूं कि ये रिलेशनशिप आगे कैसे बढ़ता है।'
मुझे मैदान पर हमेशा लीडर बनने में मजा आया है- सूर्यकुमार यादव
टीम के प्रमुख सीनियर खिलाड़ियों के टी20 इंटरनेशनल से संन्यास ले लेने के बाद सूर्यकुमार यादव के सामने एक बार फिर से टीम को मजबूत स्थिति में लाने की चुनौती होगी। अब वह 2026 टी20 वर्ल्ड कप के लिए भी टीम को तैयार करेंगे।
लीडर की भूमिका को लेकर सूर्यकुमार यादव ने कहा,
यह आपकी पूरी जिंदगी नहीं है, यह आपकी जिंदगी का एक हिस्सा मात्र है। जब आप अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो आप शीर्ष पर रहते हैं और जब आप अच्छा प्रदर्शन नहीं करते हैं तो आप अंडरग्राउंड हो जाए, यह एक ऐसी चीज है जो मुझे लगता है कि आपको एक खिलाड़ी के तौर पर नहीं करनी चाहिए। मैं सिर्फ क्रिकेट की बात नहीं कर रहा हूँ। यही बात मुझे अपने जीवन में संतुलन बनाने में मदद करती है, इसलिए अगर आप एक अच्छे इंसान हैं तो सब कुछ अच्छा होता है। मैं हमेशा मैदान पर लीडर बनकर खुश रहता हूं, भले ही मैं कप्तान ना हूं तो। मैंने अलग-अलग कप्तानों के नेतृत्व में खेलते हुए बहुत कुछ सीखा है। इसलिए यह एक अच्छा एहसास है और एक बड़ी जिम्मेदारी है।