टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) 2021 में आज से सेमीफाइनल की शुरुआत हो जाएगी। टूर्नामेंट का पहला सेमीफाइनल मुकाबला इयोन मोर्गन (Eoin Morgan) की अगुवाई वाली इंग्लैंड (England Cricket Team) और केन विलियमसन (Kane Williamson) की अगुवाई वाली न्यूजीलैंड (New Zealand Cricket Team) के बीच खेला जायेगा। दोनों टीमों पिछले कुछ सालों में जब भी आईसीसी टूर्नामेंट के दौरान एक-दूसरे के खिलाफ खेली हैं, जबरदस्त मैच देखने को मिले हैं। कुछ ऐसा ही एक बार फिर से देखने को मिल सकता है। इस मुकाबले को लेकर पूर्व भारतीय दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर भी उत्साहित नजर आ रहे हैं। उनके मुताबिक यह सेमीफाइनल मुकाबला टूर्नामेंट का बेस्ट मैच साबित हो सकता है।
इन दोनों टीमों के बीच पिछले कुछ सालों में कड़ी प्रतिस्पर्धा रही है और हर बार इंग्लैंड ने बाजी मारी है। 2016 के टी20 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड को हराकर टूर्नामेंट से बाहर किया था। इसके बाद 2019 वर्ल्ड कप फाइनल मुकाबला तो सभी को याद होगा, जहां इंग्लैंड ने अधिक बाउंड्री के आधार पर एक रोमांचक फाइनल मुकाबले में हराया था।
सफ़ेद गेंद की क्रिकेट में इंग्लैंड के दबदबे को देखते हुए टाइम्स ऑफ इंडिया के लिए अपने कॉलम में सुनील गावस्कर ने लिखा,
यह [न्यूजीलैंड के लिए) आसान नहीं होने वाला है क्योंकि वे इंग्लैंड की एक ऐसी टीम के खिलाफ हैं जो पिछले छह वर्षों से कुछ अविश्वसनीय क्रिकेट सफेद गेंद के प्रारूप में खेल रही है। यह टूर्नामेंट का सबसे अच्छा मैच हो सकता है। दुख की बात है कि उनमें से एक को हारना ही होगा।
2015 में ऑस्ट्रेलिया में वर्ल्ड कप में ग्रुप चरण से ही शर्मनाक तरीके से बाहर होने के बाद, इंग्लैंड ने नाटकीय रूप से सफेद गेंद वाले क्रिकेट के लिए अपना दृष्टिकोण बदल दिया। आज वह दृष्टिकोण टीम को फायदा दे रहा है जिस तरह से वे असंभव परिस्थितियों से जीत रहे हैं।
सुनील गावस्कर ने कप्तान इयोन मोर्गन की भी सराहना की
सफ़ेद गेंद की क्रिकेट में इंग्लैंड के एप्रोच को पूरी तरह से बदलने का श्रेय टीम के कप्तान इयोन मोर्गन को जाता है। मोर्गन ने इंग्लैंड को लिमिटेड ओवर्स में एक बेहतरीन टीम बनाया। सुनील गावस्कर ने भी मोर्गन की सराहना की और उन्होंने आगे अपने कॉलम में लिखा,
जोस बटलर, जॉनी बेयरस्टो, लियाम लिविंगस्टोन गेंद को मीलों तक मार सकते हैं, और जब मोर्गन लय में होते हैं , वह भी स्टैंड्स में गेंद पहुंचाते हैं। मोर्गन, की बल्लेबाज के रूप में, अब तक इंग्लैंड द्वारा जरूरत नहीं पड़ी है, क्योंकि मोर्गन, कप्तान ने दिखाया है कि आखिर क्यों वह कप्तानी के मामले में सबसे माहिर कप्तानों में से एक हैं। गेंदबाजों का प्रयोग और स्पॉट-ऑन फील्ड प्लेसमेंट ने यह सुनिश्चित किया है कि विपक्षी बल्लेबाज बच ना पाए।