विराट कोहली (Virat Kohli) के फेक फील्डिंग वाला मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। बांग्लादेश बोर्ड ने इसको लेकर आईसीसी में शिकायत करने की धमकी दी है। हालांकि पूर्व क्रिकेटर वीरेंदर सहवाग (Virender Sehwag) ने इस मामले में बांग्लादेश टीम पर ही सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि अगर विराट कोहली ने फेक फील्डिंग की थी तो फिर इस मामले को तुरंत वहीं पर क्यों नहीं उठाया गया।
दरअसल बांग्लादेश के विकेटकीपर बल्लेबाज नुरुल हसन ने मैच के बाद विराट कोहली पर फेक फील्डिंग का आरोप लगाया था। नुरुल हसन का मानना है कि विराट कोहली की फेक फील्डिंग पर अगर अंपायरों ने ध्यान दिया होता तो बांग्लादेश की टीम ये मुकाबला जीत जाती। बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने गुरुवार को कहा है कि वे भारत के खिलाफ टी20 वर्ल्ड कप मैच के दौरान विवादास्पद अंपायरिंग के मुद्दे को उचित मंच पर उठाएंगे क्योंकि गेम के दौरान अंपायरों ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया।
बांग्लादेश को ये चीज अंपायर्स को उसी वक्त बतानी चाहिए थी - वीरेंदर सहवाग
सहवाग ने क्रिकबज्ज पर बातचीत के दौरान इस मामले को लेकर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा,
अगर बांग्लादेश को लगा था कि ये फेक फील्डिंग है तो उन्हें उसी वक्त इस मामले को उठाना चाहिए था। अब जब मैच खत्म हो गया है तब बोलने से क्या होगा? क्रीज पर जो दो खिलाड़ी मौजूद थे उन्हें उसी वक्त अंपायरों को जाकर बताना चाहिए था लेकिन अब बताने से कुछ नहीं होगा। मेरे हिसाब से अंपायर का काम होता है कि वो क्या फैसला लेते हैं। हम बस अपनी राय दे सकते हैं कि ये सही था या गलत था। अगर विराट कोहली बल्लेबाज के नजदीक होते और तब इस तरह की हरकत करते तो वो फेक फील्डिंग होती। विराट काफी दूर खड़े थे और उन्होंने तब ऐसा किया और उस वक्त गेंद उनके हाथ में नहीं थी।