Team India need to work on these things before CT: भारतीय टीम ने इंग्लैंड को वनडे सीरीज में क्लीन स्वीप करके चैंपियंस ट्रॉफी की अपनी तैयारी का प्रदर्शन कर दिया है। भारत ने इस सीरीज को एकतरफा अंदाज में जीता और किसी भी मैच में इंग्लैंड के लिए कोई मौका नहीं छोड़ा। इस सीरीज जीत को लेकर भारतीय टीम पर कोई भी सवाल खड़े कर पाना मुश्किल है। हालांकि, चैंपियंस ट्रॉफी के नजरिए से भारतीय टीम को अभी कुछ चीजों पर काम करने की जरूरत है। 15 फरवरी को भारतीय टीम दुबई रवाना होने वाली है। भारत अपने सभी मुकाबले दुबई में ही खेलने वाला है। आइए एक नजर डालते हैं उन तीन चीजों पर जिनके ऊपर भारतीय टीम को काम करने की जरूरत है।
#3 विकेटकीपिंग में सुधार
भले ही हेड कोच गौतम गंभीर केएल राहुल को फर्स्ट चॉइस विकेटकीपर बता रहे हैं, लेकिन उनकी कीपिंग टीम पर भारी पड़ सकती है। इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में ही विकेट के पीछे राहुल से कई बार मिसफील्ड होते देखा गया। इसके साथ ही जब रिव्यू लेने की बात आती है तो राहुल वहां पर भी टीम के लिए सही योगदान नहीं दे पा रहे हैं। अधिकतर मौकों पर रिव्यू लेने के लिए कीपर की राय बहुत अहम हो जाती है, लेकिन राहुल इस मामले में फ्लॉप साबित हो रहे हैं। विकेट के पीछे कैच गिराने से लेकर अतिरिक्त रन देने तक कई ऐसी चीजें राहुल से हुई जिनका खामियाजा चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम भुगत सकती है।
#2 टॉप-4 के बाद की बल्लेबाजी
भारतीय टीम का टॉप-4 काफी शॉलिड है। पहले चार बल्लेबाजों में से किसी भी बल्लेबाज से बड़ी पारी की उम्मीद की जा सकती है। चार नंबर तक के बल्लेबाजों ने लगातार अपनी बल्लेबाजी में निरंतरता भी दिखाई है। हालांकि, भारत के लिए असली चिंता उसके बाद की बल्लेबाजी है। अगर टॉप-4 फ्लॉप रहता है तो क्या नीचे के बल्लेबाज टीम को संभालने की क्षमता रखते हैं? यह बड़ा सवाल होगा।
अक्सर देखने को मिला है कि जब भारत का टॉप ऑर्डर लड़खड़ाता है तो पूरी टीम इस दबाव में बैठ जाती है। पांच से लेकर सात नंबर के बल्लेबाजों को जिम्मेदारी लेनी होगी और समय एवं परिस्थिति के अनुसार लंबी तथा तेज पारियां खेलनी होगी।
#1 नई गेंद से विकेट निकालना
इंग्लैंड के खिलाफ पहले दो वनडे में भारत को पावरप्ले में विकेट के लिए तरसना पड़ा था। हालांकि, आखिरी वनडे में अर्शदीप सिंह के आने के बाद भारत ने पावरप्ले में दो विकेट चटकाए। चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारत ने तीन तेज गेंदबाज चुने हैं। इनमें से मोहम्मद शमी और हर्षित राणा नई गेंद से विकेट लेने में असफल रहे हैं। अर्शदीप ने लगातार नई गेंद से विकेट निकाला है, लेकिन केवल एक गेंदबाज पर डिपेंड नहीं हुआ जा सकता है। चैंपियंस ट्रॉफी में अगर भारत नई गेंद से विकेट निकालने में सफल नहीं हो पाया तो उनके लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं।