IND vs NZ, Pune Test: हाल ही में टेस्ट सीरीज में बांग्लादेश को अपने सामने घुटने टेकने के लिए मजबूर कर देने वाली टीम इंडिया को न्यूजीलैंड के खिलाफ हुए बेंगलुरु टेस्ट में करारी शिकस्त झेलनी पड़ी थी। इस मुकाबले में न्यूजीलैंड को जीत के लिए महज 107 रन का मामूली टारगेट मिला था, जिसे उसने आसानी से हासिल कर लिया था। कीवी टीम ने सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल की हुई है।
दोनों टीमों के बीच अब दूसरा टेस्ट 24 से 28 अक्टूबर के बीच पुणे के एमसीए स्टेडियम में खेला जाना है। मेजबानों को सीरीज में बने रहने के लिए हर हाल में इस मुकाबले को जीतना होगा। हालांकि, इसके लिए रोहित शर्मा एंड कंपनी को कुछ चीजों में सुधार करने की जरूरत होगी। इस आर्टिकल में हम ऐसी ही तीन चीजों के बारे में जिक्र करेंगे।
3. पिच को पढ़ने में गलती करने से बचना होगा
बेंगलुरु टेस्ट में रोहित शर्मा से पिच को पढ़ने में गलती हुई थी, जिसका खामियाजा टीम को हार से भुगतना पड़ा था। मुकाबले के खत्म होने के बाद खुद रोहित ने भी अपनी गलती को स्वीकार किया था। उन्हें लगा था कि पहले दिन के पहले सेशन के बाद पिच पर तेज गेंदबाजों को मदद नहीं मिलेगी, लेकिन उनकी सोच गलत साबित हुई थी। पुणे टेस्ट की शुरुआत से पहले कोच गौतम गंभीर और रोहित शर्मा को पिच को ध्यान से परखना होगा और उसी हिसाब से प्लेइंग 11 को चुनना होगा।
2. सभी खिलाड़ियों को करना होगा परफॉर्म
बेंगलुरु टेस्ट में विराट कोहली, रोहित शर्मा, सरफराज खान और ऋषभ पंत के अलावा कोई अन्य खिलाड़ी अपने प्रदर्शन से प्रभावित नहीं कर पाया था। केएल राहुल, रविचंद्रन आश्विन, यशस्वी जायसवाल, रवींद्र जडेजा जैसे प्रमुख खिलाड़ी फ्लॉप साबित हुए थे। टीम और फैंस को इन सभी से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन इन्होंने उसके ऊपर पानी फेर दिया। दूसरे टेस्ट को जीतने के लिए टीम के सभी खिलाड़ियों को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी, ताकि कीवी टीम को मेजबानों पर हावी होने का कोई मौका ना मिले।
1. गेंदबाजों को चटकाने होंगे विकेट
बेंगलुरु टेस्ट में टीम इंडिया की गेंदबाजी पूरी तरह से बेसर नजर आई थी। न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों ने आसानी से भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ रन बनाए थे। जसप्रीत बुमराह के अलावा बाकी कोई भी स्पिन और तेज गेंदबाज मेहमानों को परेशानी में डालने में सफल नहीं हुए। भारतीय टीम की गेंदबाजों की एक बड़ी समस्या ये भी है कि वे पुच्छले बल्लेबाजों के विकेट हासिल करने में काफी समय लगाते हैं और इस दौरान वे तेज गति से रन बनाते हैं, जो बाद में टीम इंडिया के लिए मुश्किल खड़ी करते हैं। इस चीज में मेजबानों को सुधार करने की अहम जरूरत है।