India vs Australia Sydney Test: सिडनी में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के पांचवें और आखिरी टेस्ट मैच की शुरुआत 3 जनवरी से हो गई। इस मैच का पहला दिन गेंदबाजों के नाम रहा और भारतीय बल्लेबाजों को जूझना पड़ा। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया की पारी सिर्फ 185 रन पर सिमट गई, जिसके बाद भारत ने भी जवाबी हमला बोला और स्टंप्स से पहले ऑस्ट्रेलिया को उस्मान ख्वाजा के रूप में झटका दे दिया था। दिन का खेल समाप्त होने तक ऑस्ट्रेलिया ने 9/1 का स्कोर बना लिया था और वह अभी भी भारत के स्कोर से 176 रन पीछे है।
भारत के पास ज्यादा रन नहीं हैं और ऐसे में उन्हें इस मैच में अपना शिकंजा कसने के लिए अलग स्तर का प्रदर्शन करना होगा। साथ ही कुछ ऐसी गलतियों से भी बचना होगा, जो उन्हें भारी पड़ सकती हैं। आइए आपको बताते हैं वो 3 बड़ी गलतियां जो भारत को अब सिडनी टेस्ट में करने से बचना चाहिए।
1. आक्रामक फील्ड ना लगाना
पिछले कुछ मैचों में भारत की बड़ी कमी डिफेंसिव फील्ड प्लेसमेंट रही, जिसका फायदा कंगारुओं ने खूब उठाया। मेलबर्न में भी ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में आखिरी जोड़ी की बल्लेबाजी के समय भारत ने अपनी फील्ड काफी ओपन कर रखी थी और इसी वजह से नाथन लायन ने स्कॉट बोलैंड के साथ भारतीय टीम को काफी छकाया था। ऐसे में सिडनी में भारत को दूसरे दिन ही फील्डिंग से अटैकिंग माइंडसेट दिखाना होगा और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को आउट करने के मौके भुनाने होंगे।
2. नई गेंद को खराब करना
टीम इंडिया ने इस पूरी सीरीज में कुछ ही मौकों पर नई गेंद का इस्तेमाल अच्छे से किया, अन्यथा ज्यादातर विकेट हिट करने वाली लाइन पर कम ही गेंदबाजी की है। इसी वजह से ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज नई गेंद के सामने उतना परेशानी में नहीं दिखे। ऐसे में भारत को सिडनी में इस गलती से बचना होगा और जसप्रीत बुमराह का साथ देते हुए अन्य तेज गेंदबाजों को भी सही लाइन और लेंथ में गेंदबाजी करते हुए नए बॉल का फायदा उठाना होगा।
3. स्पिन गेंदबाजों का सही से इस्तेमाल ना करना
भारत ने मेलबर्न में भी दो स्पिनर खिलाए थे लेकिन वहां पर बहुत ही कम दोनों ही फिरकी गेंदबाजों का इस्तेमाल हो पाया था। इसी वजह से सवाल भी उठे थे कि भारत को अगर अपने दोनों स्पिन गेंदबाजों का इस्तेमाल नहीं करना था तो फिर एक की जगह स्पेशलिस्ट बल्लेबाज को खिलाना चाहिए था। हालांकि टीम मैनेजमेंट ने सिडनी में भी दो स्पिनर वाला दांव चला है। ऐसे में कप्तान जसप्रीत बुमराह को इनका इस्तेमाल बखूबी करना होगा, क्योंकि यहां की पिच भी स्पिनरों को मदद करती है।