टी20 विश्व कप 2021 (T20 World Cup 2021) के बाद टीम इंडिया (India Cricket team) के हेड कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) की जगह सनराइजर्स हैदराबाद (Sunrisers Hyderabad) के क्रिकेट निदेशक टॉम मूडी (Tom Moody) लेना चाहते हैं।
सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तान के रूप में डेविड वॉर्नर (David Warner) को बर्खास्त करने की योजना भी मूडी की थी ताकि जगह ले सके।
ध्यान हो कि आईपीएल 2021 के पहले हाफ में सनराइजर्स हैदराबाद के खराब प्रदर्शन के कारण डेविड वॉर्नर को बीच सीजन में कप्तानी से हटा दिया गया था। यही नहीं वॉर्नर को फिर प्लेइंग 11 से भी बाहर कर दिया गया था और उनकी जगह केन विलियमसन को कप्तान बनाया गया था।
टीम प्रबंधन की तरफ से यह हैरानी भरा फैसला था क्योंकि वॉर्नर आईपीएल इतिहास के सबसे सफल बल्लेबाजों में से एक रहे हैं। वॉर्नर ने 2016 में सनराइजर्स हैदराबाद को खिताब भी दिलाया था।
टॉम मूडी और सनराइजर्स हैदराबाद के हेड कोच ट्रेवर बेलिस ने बार-बार कहा कि वॉर्नर को कप्तानी से हटाने का फैसला टीम का भाग्य बदलने के लिए लिया गया। फॉक्सस्पोर्ट्स डॉट कॉम डॉट एयू ने रिपोर्ट दी कि मूडी ने वॉर्नर को इसलिए कप्तानी से हटाया ताकि भारतीय टीम का अगला कोच बनने के लिए अपनी दावेदारी मजबूत कर सकें।
सनराइजर्स हैदराबाद के मालिकों का बीसीसीआई में दबदबा
ऐसा माना जाता है कि सनराइजर्स हैदराबाद के मालिक बीसीसीआई की प्रभावी हस्तियों में शामिल है, जो वॉर्नर को कप्तानी के फैसले से हटाने का कारण बता सकते हैं। रिपोर्ट में बताया गया कि वॉर्नर से अन्य कई आईपीएल फ्रेंचाइजी ने संपर्क किया, जो इस बात से हैरान थे कि रन बनाने वाले वॉर्नर को साइड लाइन कर दिया गया।
आईपीएल 2021 के दूसरे चरण में वॉर्नर को जरूर मौके मिले। हालांकि, बाएं हाथ के बल्लेबाज रन नहीं बना सके और टीम से बाहर हो गए। आगे चलकर वॉर्नर ने टीम के साथ स्टेडियम जाना छोड़ दिया क्योंकि उन्हें 18 सदस्यीय स्क्वाड से बाहर कर दिया गया था।
कोविड-19 प्रोटोकॉल के मुताबिक मैच के दिन स्थान पर 18 सदस्यों का स्क्वाड ले जा सकते हैं। इस मामले पर बातचीत करते हुए बेलिस ने कहा कि युवाओं को मौका देने के लिए ऐसा फैसला लिया गया क्योंकि फ्रेंचाइजी प्लेऑफ रेस से बाहर हो चुकी है।