वीरेंदर सहवाग को भारतीय क्रिकेट इतिहास के दिग्गज बल्लेबाजों में शुमार किया जाता है। वीरेंदर सहवाग ने अपने करियर में कई चौंकाने वाले रिकॉर्ड बनाये। भारत की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में पहला तिहरा शतक लगाने का रिकॉर्ड सहवाग के ही नाम है और उन्होंने अपने करियर में दो तिहरे शतक लगाए।
वीरेंदर सहवाग ने अपने टेस्ट करियर में 104 मैच खेले, जिसमें उन्होंने 23 शतक और 32 अर्धशतक की मदद से 8586 रन बनाये। भारत की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में सहवाग पांचवें स्थान पर हैं। वीरेंदर सहवाग के नाम एक समय भारत की तरफ से सबसे ज्यादा दोहरे शतक लगाने का रिकॉर्ड था, जिसे विराट कोहली ने तोड़ा। फिलहाल भारत की तरफ से सबसे ज्यादा दोहरे शतक का रिकॉर्ड कोहली (7) के नाम है।
सहवाग ने अपने करियर में 2 तिहरे शतक सहित 6 दोहरे शतक लगाए। उन्होंने सबसे ज्यादा तीन दोहरे शतक पाकिस्तान के खिलाफ लगाए। इसके अलावा सहवाग ने श्रीलंका के खिलाफ दो और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक दोहरा शतक लगाया। इन 6 दोहरे शतकों में सहवाग ने 4 बार 250 का आंकड़ा पार किया।
वीरेंदर सहवाग द्वारा टेस्ट में लगाए गए दोहरे शतकों पर एक नज़र
201 vs पाकिस्तान, बैंगलोर (2005)
2005 में पाकिस्तान के खिलाफ बैंगलोर टेस्ट में वीरेंदर सहवाग ने 201 रनों की शानदार पारी खेली थी। हालाँकि उनकी इस बेहतरीन पारी के बावजूद पाकिस्तान ने भारत को 168 रनों से हराया था। पाकिस्तान ने पहले खेलते हुए 'मैन ऑफ द मैच' यूनिस खान के 267 और इंज़माम-उल-हक़ के 184 रनों की मदद से 570 रन बनाये, जिसके जवाब में भारत ने सहवाग के 254 रनों की मदद से 449 रन बनाये।
पाकिस्तान ने दूसरी पारी में यूनिस खान, यासिर हमीद और शाहिद अफरीदी के अर्धशतकों की मदद से 261/2 का स्कोर बनाया और भारत को जीत के लिए 383 रनों का लक्ष्य दिया, लेकिन मेजबान टीम सिर्फ 214 रन बनाकर ऑल आउट हो गई।
201* vs श्रीलंका, गॉल (2008)
2008 में श्रीलंका के खिलाफ गॉल टेस्ट में वीरेंदर सहवाग ने 201 रनों की नाबाद पारी खेली थी। भारतीय टीम ने पहली पारी में सहवाग के दोहरे शतक की मदद से 329 रन बनाये, जिसके जवाब में श्रीलंकाई टीम 292 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। दूसरी पारी में भारत ने 269 रन बनाये, जिसमें सहवाग ने 50 रनों का योगदान दिया। 307 रनों के लक्ष्य के जवाब में मेजबान टीम सिर्फ 136 रन बनाकर ढेर हो गई और भारत ने 170 रनों से मुकाबला जीत लिया।
सहवाग को उनकी बेहतरीन बल्लेबाजी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया था। उनके अलावा हरभजन सिंह (मैच में 10 विकेट) और गौतम गंभीर (56 एवं 74) ने भी शानदार प्रदर्शन किया था।
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254 vs पाकिस्तान, लाहौर (2006)
2006 में पाकिस्तान के खिलाफ लाहौर टेस्ट में वीरेंदर सहवाग ने 254 रनों की बेहतरीन पारी खेली थी और मैन ऑफ द मैच चुने गए थे। पाकिस्तान ने पहली पारी में यूनिस खान के 199, मोहम्मद युसूफ के 173, शाहिद अफरीदी के 103 और कामरान अकमल के नाबाद 102 रनों की मदद से 679/7 का स्कोर बनाया, जिसके जवाब में भारतीय टीम ने वीरेंदर सहवाग के दोहरे शतक और राहुल द्रविड़ के नाबाद 128 रनों की मदद से 410/1 का स्कोर बनाया। यह मैच खराब रोशनी की वजह से ड्रॉ हो गया था।
293 vs श्रीलंका, मुंबई (2009)
2009 में श्रीलंका के खिलाफ मुंबई टेस्ट में वीरेंदर सहवाग रिकॉर्ड तीसरा तिहरा शतक लगाने से चूक गए थे। श्रीलंका के 393 रनों के जवाब में भारत ने एकमात्र पारी में 726/9 का स्कोर बनाया, जिसमें 'मैन ऑफ द मैच' सहवाग का योगदान 293 रनों का था। भारत ने पहली पारी में 333 रनों की बढ़त हासिल की थी, जिसके जवाब में श्रीलंकाई टीम दूसरी पारी में 309 रन ही बना सकी एवं भारतीय टीम ने एक पारी और 24 रनों से मुकाबला जीत लिया।
वीरेंदर सहवाग ने सिर्फ 254 गेंदों में 40 चौके और 7 छक्कों की मदद से 293 रन बनाये थे, लेकिन अभाग्यशाली रहे कि तिहरा शतक पूरा नहीं कर सके।
309 vs पाकिस्तान, मुल्तान (2004)
2004 में पाकिस्तान के खिलाफ मुल्तान टेस्ट में वीरेंदर सहवाग ने इतिहास रचा था। भारत के उस ऐतिहासिक दौरे के पहले टेस्ट को सहवाग ने यादगार बना दिया। सहवाग ने उस मैच की एकमात्र पारी में 375 गेंदों में 39 चौके और 6 छक्कों की मदद से 309 रन बनाये और भारत की तरफ से तिहरा शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बने थे।
सहवाग की बेहतरीन पारी और सचिन तेंदुलकर के नाबाद 194 रनों की मदद से भारत ने 675/5 का स्कोर बनाया, जिसके जवाब में पाकिस्तान की टीम 407 और 216 (फॉलोऑन) का स्कोर ही बना सकी। भारतीय टीम ने एक पारी और 52 रनों से मुकाबला जीता था।
319 vs दक्षिण अफ्रीका, चेन्नई (2008)
2008 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चेन्नई टेस्ट में वीरेंदर सहवाग ने एक और ऐतिहासिक पारी खेली। सहवाग ने सिर्फ 304 गेंदों में 42 चौके और 5 छक्कों की मदद से 319 रन बनाए और 2 तिहरे शतक जड़ने का अनोखा रिकॉर्ड बनाया। उनसे पहले यह रिकॉर्ड सिर्फ डॉन ब्रैडमैन और ब्रायन लारा के नाम था।
दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी के 540 (हाशिम अमला 159) के जवाब में भारत ने सहवाग के तिहरे शतक और राहुल द्रविड़ (111) के शतक की मदद से 627 रन बनाये। दक्षिण अफ्रीका ने दूसरी पारी में नील मैकेंज़ी (155) के शतक की मदद से 331/5 का स्कोर बनाया और मैच ड्रॉ हुआ था। सहवाग को उनकी धुआंधार पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया था।