वेस्टइंडीज (West Indies Cricket Team) के 2016 में टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) जीतने को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। उस वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य रहे दिग्गज बल्लेबाज आंद्रे फ्लेचर (Andre Fletcher) ने एक बड़ी प्रतिक्रिया दी है। फ्लेचर ने कहा है कि वेस्टइंडीज बोर्ड के साथ हुए विवाद की वजह से सभी खिलाड़ी टी20 वर्ल्ड कप अपने नाम करना चाहते थे। इससे उन्हें काफी मोटिवेशन मिला था।
2016 में टी20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद वेस्टइंडीज दो बार वर्ल्ड टी20 का खिताब जीतने वाली पहली टीम बन गई। कैरेबियाई टीम ने डार्क होर्स के तौर पर टूर्नामेंट की शुरुआत की थी लेकिन इंग्लैंड, इंडिया, साउथ अफ्रीका और श्रीलंका को हराते हुए ट्रॉफी अपने नाम कर ली। वर्ल्ड कप का ये संस्करण भारत में ही खेला गया था। बेन स्टोक्स के आखिरी ओवर में कार्लोस ब्रैथवेट ने लगातार चार छक्के लगाकर अपनी टीम को जबरदस्त जीत दिला दी थी।
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बोर्ड के साथ विवाद की वजह से खिलाड़ी टी20 वर्ल्ड कप में एकजुट हो गए - आंद्रे फ्लेचर
कैरेबियन क्रिकेट पोडकास्ट पर आंद्रे फ्लेचर ने बताया कि किस तरह बोर्ड के साथ हुए विवाद के बाद प्लेयर्स का मोटिवेशन काफी बढ़ गया। उन्होंने कहा " अगर आपको पता हो तो वेस्टइंडीज का एक स्लोगन उस वक्त था। हम vs वो। इसलिए हमने इस विवाद को एक मोटिवेशन के तौर पर यूज किया था। ये टीम vs बोर्ड जैसा था। हम लोग यही कह रहे थे।"
आंद्रे फ्लेचर के मुताबिक खिलाड़ियों और बोर्ड के बीच पैसे को लेकर विवाद था। सभी क्रिकेटर अपने सालाना कॉन्ट्रैक्ट से खुश नहीं थे। सीनियर प्लेयर ड्वेन ब्रावो ने खुले तौर पर बोर्ड की आलोचना की थी। इसी विवाद की वजह से सारे प्लेयर इकट्ठा हो गए और वर्ल्ड कप में एकजुट होकर प्रदर्शन किया।
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