भारतीय टीम (Indian Cricket Team) जुलाई में श्रीलंका का दौरा करेगी। टीम इंडिया के इस कार्यक्रम का ऐलान अचानक किया गया। ऐसे में हर किसी के मन में ये सवाल उठने लगा कि इतने व्यस्त शेड्यूल में श्रीलंका का दौरा करने का क्या मतलब है। अब बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने इसकी वजह बताई है। उन्होंने खुलासा किया है कि क्यों भारतीय टीम श्रीलंका के दौरे पर जाएगी।
भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए जुलाई में यूके में ही रहेगी। ऐसे में भारत के ज्यादातर प्रमुख खिलाड़ी श्रीलंका दौरे के लिए उपलब्ध नहीं रहेंगे। इसी वजह से युवा खिलाड़ियों से सजी टीम इस दौरे पर जा सकती है। ये एक अलग तरह का प्रयोग होगा क्योंकि भारत की दो अलग-अलग टीमें एकसाथ इंटरनेशनल टूर करेंगी।
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"भारतीय टीम के दौरे से श्रीलंका बोर्ड को हुए आर्थिक नुकसान की भरपाई होगी"
स्पोर्ट्सकीड़ा पर इंद्रानिल बसु के साथ खास बातचीत में अरुण धूमल ने कहा कि एफटीपी शेड्यूल और आर्थिक जरुरतों की वजह से इस दौरे का ऐलान किया गया।
उन्होंने कहा "पिछले एक-डेढ़ साल से कोरोना की वजह से क्रिकेट पर काफी असर पड़ा है। काफी सारे सीरीज को रद्द करना पड़ा और इसकी वजह से उन बोर्ड्स को आर्थिक तौर पर नुकसान उठाना पड़ा। जब तक हम ये दौरा नहीं करेंगे तब तक ये बोर्ड्स खुद को हुए नुकसान की भरपाई नहीं कर पाएंगे और इन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।"
धूमल के मुताबिक इंडियन टीम के पास इतनी बेंच स्ट्रेंथ है कि वो दो टीमों को एकसाथ अलग-अलग दौरे पर भेज सकते हैं। उन्होंने बताया कि श्रीलंका दौरे की प्लानिंग 2020 की ही थी लेकिन कोरोना की वजह से इसे कैंसिल करना पड़ा था।
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