टीम इंडिया 5 जून को साउथ अफ्रीका के खिलाफ मुकाबले से अपने वर्ल्ड कप अभियान की शुरुआत करेगी। ऐसे में जब विश्व कप शुरू हुए लगभग एक हफ्ते का समय बीतने वाला है, उम्मीद की जा सकती कि भारतीय टीम को परिस्थितियों का आंकलन करने और अपनी कमी पर काम करने का पर्याप्त मौक़ा मिला होगा।
हालांकि, टीम टूर्नामेंट शुरू होने से पहले दो अभ्यास मैच खेल चुकी है। जहां न्यूज़ीलैंड के खिलाफ पहले मैच में उन्हें हार का सामना करना पड़ा, वहीं बांग्लादेश के खिलाफ अपने दूसरे अभ्यास मैच में भारतीय टीम ने बेहतर प्रदर्शन किया और 95 रनों से जीत दर्ज की। हालांकि इस तरह के मैचों में परिणाम बहुत महत्व नहीं रखते हैं, लेकिन यह व्यक्तिगत प्रदर्शन और लय में रहने के साथ ही टीम में आत्मविश्वास भरते हैं।
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इन मैचों में जहाँ भारत को नंबर 4 पर के एल राहुल को फॉर्म में आते देख राहत मिली होगी, वहीं कुछ समस्याएँ अभी भी हैं जिन्हें विराट कोहली और टीम प्रबंधन को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपने शुरुआती मैच से पहले सुलझाना होगा।
आईये एक नज़र डालते हैं ऐसी ही 3 समस्याओं पर:
# 1 सलामी बल्लेबाजों का पिछले कुछ मैचों में लगातार ख़राब प्रदर्शन
भारत को पिछले कुछ सालों में सबसे बेहतरीन टीम बनाने में उसके शीर्ष क्रम के बल्लेबाज़ो का उल्लेखनीय योगदान रहा है। विराट कोहली, रोहित शर्मा और शिखर धवन के रूप में भारत के पास विश्व क्रिकेट के सबसे अनुभवी शीर्ष तीन बल्लेबाज़ हैं।
हालाँकि टीम के सलामी बल्लेबाजों का हालिया फॉर्म चिंताजनक रहा है। दोनों सलामी बल्लेबाजों ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की आखिरी एकदिवसीय श्रृंखला में संघर्ष किया और मोहाली में खेले गये मैच को छोड़ दें तो दोनों ही रन बनाने के लिए जूझते नजर आये। यहां तक कि दो अभ्यास मैचों में भी यह जोड़ी विफल रही।
भारतीय टीम को यही उम्मीद होगी कि यह दोनों जल्द से जल्द फॉर्म में वापस लौट आयें, क्योंकि वर्ल्ड कप में लंबे समय तक इनका फॉर्म से बाहर रहना भारत के लिए मुश्किलें बढ़ा सकता है।
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#2. भुवनेश्वर कुमार का गेंद के साथ प्रदर्शन
पिछले कुछ वर्षों में भारत के सबसे भरोसेमंद गेंदबाजों में से एक रहे भुवनेश्वर कुमार के फॉर्म में उनकी पीठ की चोट के बाद से गिरावट देखी गयी है। इसके चलते वह 2018 में बहुत समय तक बाहर रहे। उनकी चोट के बाद मोहम्मद शमी सफेद गेंद के साथ बेहतरीन वापसी करते हुए उनसे आगे निकल गये। इसी के चलते भुवी वर्तमान में भारतीय टीम में बतौर गेंदबाज़ पहली पसंद नही रहे हैं।
तेज गेंदबाजी विभाग में जसप्रीत बुमराह अब भारत के प्रमुख विकल्प हैं। संभावना है कि अगर भारत मैच में केवल दो तेज गेंदबाजों के साथ खेलता है तो वह शमी के साथ शुरुआत करेंगे। हालांकि, यूके जैसे देश में जहां सीम गेंदबाजों को सहायता मिलती है, भुवनेश्वर गेंदबाजी आक्रमण के एक महत्वपूर्ण सदस्य बन जाते हैं।
उनका फॉर्म टीम प्रबंधन के लिए चिंताजनक है क्योंकि उनका आत्मविश्वास कम दिख रहा है, और टीम चाहेगी की वर्ल्ड कप के दौरान भुवी अपने पूरे फॉर्म में हों।
# 3 केदार जाधव की चोट
केदार जाधव की चोट भारत के वर्ल्ड कप अभियान के शुरुआत से पहले ही चर्चा का विषय रही है। आईपीएल 2019 में किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ आखिरी लीग मैच में फील्डिंग करते समय जाधव घायल हो गए थे। परिणामस्वरूप, वह सीएसके के लिए नॉकआउट मैचों में खेल नहीं पाये।
चोट की चिंताओं के बावजूद, उन्हें भारत के 15 सदस्यीय वर्ल्ड कप टीम में शामिल किया गया। लेकिन ऐसा लगता है कि इंग्लैंड पहुँचने के बाद अभी तक जाधव अपनी चोट से उबरने में नाकाम रहे हैं। हालांकि यह बताया गया है कि वो दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले मुकाबले से पहले फिटनेस हासिल कर लेंगे, लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या टीम सीधे वर्ल्ड कप मैच में खेलने के लिए उन पर भरोसा करती है।
जाधव अपने ऑलराउंड कौशल के साथ टीम को बहुत विकल्प प्रदान करते हैं। आक्रामक बल्लेबाज़ी के साथ ही उनके पास विकेट लेने की क्षमता भी है।