क्रिकेट के सबसे बड़े टूर्नामेंट आईसीसी क्रिकेट विश्व कप का रोमांच इन दिनों इंग्लैंड में जारी है। इस रविवार को विश्व कप शुरू होने से पहले ट्रॉफी जीतने की दो प्रबल दावेदारों में शामिल इंग्लैंड और भारत का मुकाबला होना है। भारत और इंग्लैंड के बीच बर्मिंघम के एजबेस्टन मैदान में खेले जाने वाले इस मैच में दूसरी टीमो की भी नजरे टिकी हुई हैं।
भारतीय टीम ने अभी तक इस विश्व कप में शानदार प्रदर्शन करते हुए अभी तक 6 मुकाबलो मे से 5 मैचों में जीत दर्ज की है और एक मैच बारिश की वजह से रद्द हो गया था।
वही बात करें इंग्लैंड की, तो टूर्नामेंट के शुरू में सभी ने इंग्लैंड को एक मजबूत टीम बताया लेकिन वे अभी तक इस विश्व कप मे अपनी क्षमता के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सके हैं, तथा अगले चरण में जाने के लिए उन्हें अपने अगले दोनों मैच जीतने होंगे।
आइये नजर डालते है उन कारणो पर जिनकी वजह से इंग्लैंड की टीम भारतीय टीम पर जीत दर्ज कर सकती है
#1 भारतीय टीम का कमजोर मध्यक्रम
भारतीय टीम का प्रदर्शन इस विश्व कप मे जितना शानदार रहा है , वहीं मध्यक्रम का प्रदर्शन उतना ही खराब। केएल राहुल ने शुरू में विश्व कप के मुकाबलो भारत के लिए नंबर 4 पर शानदार बल्लेबाजी की थी, लेकिन शिखर के टूर्नामेंट से बाहर होने के कारण उनको ओपनिंग की जिम्मेदारी संभालनी पड़ी। विजय शंकर को केएल राहुल के बाद नंबर 4 पर आजमाया गया, परन्तु वह कोई भी प्रभावित करने वाली पारी नहीं खेल सके।
केदार जाधव भी इस विश्व कप मे अपने बल्ले से अच्छा प्रदर्शन करने मे नाकामयाब रहे है। धोनी भी उस तरह से बल्लेबाजी करने में नाकामयाब रहे है, जिसके लिए उन्हें जाना जाता है। धोनी की धीमी बल्लेबाजी की आलोचना काफी पूर्व क्रिकेटर्स भी कर रहे हैं।
इंग्लैंड भी इस बात से वाकिफ है कि अगर वह भारत के ऊपरी क्रम के बल्लेबाजों का विकेट जल्दी प्राप्त कर लेता है तो मध्यक्रम दवाब में बिखर सकता है।
#2 इंग्लैंड की मजबूत बल्लेबाजी
इस समय इंग्लैंड की टीम को वन डे क्रिकेट की सबसे खतरनाक टीमों में शामिल किया जाता है। हाल ही में इंग्लैंड वन डे क्रिकेट में लगातार सातवीं बार 300 से ज्यादा का स्कोर बनाने वाली पहली टीम बनी। जो इस बात को दर्शाता है कि उनके बल्लेबाजों में कितनी क्षमता है।
जेसन रॉय तथा जॉनी बेयरस्टो के रुप में दो आक्रामक ओपनर्स तथा मध्यक्रम में रुट, मॉर्गन और बटलर जैसे धाकड़ बल्लेबाज हैं । तो वहीं इंग्लैंड के पास मोईन अली और बेन स्टोक्स के रूप में वन डे के दो बेहतरीन हरफनमौला खिलाड़ी हैं, जो बल्लेबाजी के साथ-साथ गेंदबाजी से भी मैच का रूख पलट सकते हैं।
इंग्लैंड की बल्लेबाजी मे काफी गहराई है जो उन्हें बड़ा लक्ष्य हासिल करने में तथा एक बड़ा स्कोर विपक्षी टीम के सामने लगाने मे मदद करती हैं। इंग्लैंड की टीम यह उम्मीद करेगी कि जेसन रॉय इस बड़े मुकाबले से पहले पूरी तरह फिट हो जाये।
#3 जोफ्रा आर्चर भारतीय टीम के लिए परेशानी का सबब बन सकते है
जोफ्रा आर्चर को इंग्लैंड ने काफी जद्दोजहद के बाद अपनी विश्व कप की टीम मे शामिल किया था। आर्चर ने उनके इस फैसले को सही साबित करते हुए इस विश्व कप में शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने 7 मैचो में 16 विकेट चटकाए हैं।
जोफ्रा के पास अधिक गति है तथा उनकी लम्बाई भी अच्छी है, जिससे उन्हें अन्य गेंदबाजों की तुलना में अधिक उछाल मिलता है। अधिक उछाल किसी भी बल्लेबाज को परेशानी में डाल सकता है। आर्चर एक ऐसे गेंदबाज हैं जो नयी गेंद तथा पुरानी गेंद के साथ भी अच्छी गेंदबाजी करने की काबिलियत रखते हैं।
भारतीय बल्लेबाजों को आर्चर के सामने संभलकर खेलना होगा क्योंकि आर्चर अगर नयी गेंद से विकेट झटकने में सफल रहे तो भारतीय मध्यक्रम दवाब में आ जायेगा। जो कि भारत के नजरिये से मध्यक्रम के प्रदर्शन को देखते हुए अच्छा नहीं होगा ।