पिता अंग्रेज, मां बारबाडियन
जोफ्रा के पिता फ्रैंक आर्चर एक अंग्रेजी नागरिक हैं। मां जोले वेटे बारबाडियन हैं। उन्हें अपने पिता के माध्यम से इंग्लैंड की नागरिकता मिली।
वेस्टइंडीज के लिए खेला अंडर-19 वर्ल्ड कप
आर्चर बारबाडोस में बड़े हुए। इंग्लैंड जाने से पहले एक तेज गेंदबाज के रूप में तैयार हुए। उन्होंने वेस्टइंडीज की अंडर-19 टीम का भी प्रतिनिधित्व किया।
करियर
एक युवा खिलाड़ी के रूप में वह वेस्टइंडीज की अंडर-19 टीम के लिए खेले। उन्होंने एक पेशेवर क्रिकेटर के रूप में क्रिकेट करियर की शुरुआत की। अंडर-19 क्रिकेट के लिए उम्र सीमा पार होने पर वह काउंटी चैम्पियनशिप में खेलने के लिए इंग्लैंड गए और अपना नाम बनाया।
उन्होंने 2016 में ससेक्स के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पदार्पण किया। कुछ हफ्तों बाद उन्होंने रॉयल लंदन वनडे कप में लिस्ट ए क्रिकेट की शुरुआत की। शानदार गेंदबाजी की बदौलत उन्हें 2017 में बांग्लादेश प्रीमियर लीग में खुलना टाइटंस के लिए चुना गया।
रिकॉर्ड्स
मिडिलसेक्स के खिलाफ ली हैट्रिक
2018 में हुए टी-20 ब्लास्ट टूर्नामेंट में ससेक्स के लिए खेलते हुए मिडिलसेक्स के खिलाफ जोफ्रा आर्चर ने हैट्रिक ली।
आईपीएल में लगी करोड़ों की बोली
ब्रावो ने बीपीएल 2017 में खुलना टाइटंस के लिए अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने 9 पारियों में 10 विकेट झटके और 87 रन बनाए। इस टूर्नामेंट और घरेलू क्रिकेट में अच्छे प्रदर्शन की बदौलत उन्हें उसी साल होबार्ट हरिकेंस के लिए बिग बैश लीग में खेलने का मौका मिल गया। 2017-18 संस्करण में होबार्ट हरिकेंस के लिए उन्होंने अपना बीबीएल डेब्यू किया। उन्होंने 12 सभी मैचों में सबसे ज्यादा 16 विकेट लिए।
इसके बाद उन्होंने पाकिस्तान सुपर लीग में भाग लिया। वह 2018 में क्वेटा ग्लैडिएटर्स के लिए खेले। उन्होंने 2018 में राजस्थान रॉयल्स के लिए आईपीएल में अपना पहला मैच खेला। फ्रेंचाइजी ने इस खिलाड़ी को खरीदने के लिए लगभग 72,144,800 रुपये खर्च किए थे। उन्होंने 10 पारियों में सबसे ज्यादा 15 विकेट लिए थे।
बीबीएल 2018/19 के संस्करण में भी उन्होंने अपनी फॉर्म जारी रखी और तूफानी गेंदबाजी करते हुए 15 मैचों में 18 विकेट चटकाए। उनके अगले आईपीएल में उनका प्रदर्शन औसत रहा। उन्होंने 11 मैचों में 11 ही विकेट लिए।
अंतर्राष्ट्रीय डेब्यू
आर्चर ने मई 2019 में आयरलैंड के खिलाफ डबलिन में अपना अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया था। उन्होंने 40 रन देकर एक विकेट लिया। कुछ दिनों बाद उन्होंने कार्डिफ में पाकिस्तान के खिलाफ टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में पदार्पण किया। उन्होंने 4 ओवर में 29 रन देकर दो विकेट झटके।
विश्व कप टीम में शामिल करने के लिए बदले गए नियम
इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड के नियमों के अनुसार 18 साल की उम्र के बाद इंग्लैंड की नागरिकता लेने वाले व्यक्ति को कम से कम सात साल तक इंग्लैंड में रहने के बाद ही देश की अंतरराष्ट्रीय टीम में जगह मिल सकती है। लेकिन आर्चर को 2019 वर्ल्ड कप टीम में शामिल करने के लिए इस नियम को बदल दिया गया। वर्ल्ड कप में वह तीसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे। नाटकीय फाइनल मैच में सुपर ओवर उन्होंने ही फेंका। टूर्नामेंट समाप्त होने के बाद आईसीसी ने उन्हें उभरते हुए गेंदबाज के रूप में सम्मानित किया।
विश्व कप के तीन हफ्ते बाद आर्चर ने लॉर्ड्स में हुए दूसरे एशेज मैच से टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया। उन्होंने सीरीज के चार टेस्ट मैचों में 22 विकेट हासिल किए। मुकाबले के दौरान आर्चर की तेज गेंदबाजी की बहुत तारीफ हुई।