3 खिलाड़ी जिन्होंने वर्ल्ड कप 2019 के तुरंत बाद वनडे क्रिकेट से संन्यास ले लिया

इमरान ताहिर
इमरान ताहिर

लगभग दो महीने तक चला क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 इंग्लैंड की विजय के साथ ही समाप्त हो गया। एक बेहद ही रोमांचक फाइनल में इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड को हराकर पहली बार विश्व कप खिताब अपने नाम किया।

विश्व कप का यह संस्करण क्रिकेट जगत के लिए काफी भावनात्मक था क्योंकि यह कई क्रिकेट सितारों का अंतिम विश्व कप टूर्नामेंट था। कई खिलाड़ियों ने वर्ल्ड कप के तुरंत बाद संन्यास ले लिया तो वहीं कुछ सितारे जल्द ही अपने करियर का सबसे कठिन फैसला ले सकते हैं।

तो आइये नजर डालते हैं उन खिलाड़ियों पर जिन्होंने वर्ल्ड कप के तुरंत बाद संन्यास ले लिया।


#3. जेपी डुमिनी, दक्षिण अफ्रीका

जेपी डुमिनी
जेपी डुमिनी

विश्व कप का 12वां संस्करण दक्षिण अफ्रीका के लिहाज से अच्छा नहीं गुजरा। विश्व कप प्रतियोगिता में अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाने वाली दक्षिण अफ्रीकी टीम इस बार लीग स्टेज से ही बाहर हो गयी। कई अनुभवी खिलाड़ियों की मौजूदगी के बावजूद "प्रोटियाज" टीम 9 मैचों में सिर्फ 7 अंक हासिल करने में सफल हो पायी।

दक्षिण अफ्रीकी ऑलराउंडर जीन पॉल डुमिनी ने विश्व कप 2019 के बाद एकदिवसीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया। डुमिनी ने अपना अन्तराष्ट्रीय पदार्पण वर्ष 2004 में श्रीलंका के खिलाफ किया था और उन्होंने अपना आखिरी एकदिवसीय अंतराष्ट्रीय मुकाबला 6 जुलाई 2019 को ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध खेला।

मध्य क्रम में बल्लेबाजी करते हुए इस बायें हाथ के बल्लेबाज ने एकदिवसीय अंतराष्ट्रीय मुकाबलों में लगभग 37 की औसत के साथ 5000 से अधिक रन बनाए जिसमें 4 शतक तथा 27 अर्धशतक शामिल हैं। उन्होंने 46 टेस्ट मैचों में अपने देश का प्रतिनिधित्व किया और लगभग 33 की औसत के साथ 2000 से अधिक रन बनाए जिसमें 5 शतक और 8 अर्धशतक शामिल हैं।

लगभग 15 साल के अपने लंबे अंतराष्ट्रीय करियर में, इस बायें हाथ के स्पिन-बॉलिंग ऑल-राउंडर ने क्रिकेट के तीनो प्रारूपों में 8000 से ज्यादा रन बनाए तथा 132 विकेट अपने नाम किये।

#2. शोएब मलिक, पाकिस्तान

शोएब मलिक
शोएब मलिक

दिग्गज पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक ने अपना अंतराष्ट्रीय पदार्पण वर्ष 1999 में वेस्टइंडीज के खिलाफ किया था। 20 साल के अपने लंबे अंतराष्ट्रीय करियर में वह एक बेहतरीन स्पिन-बॉलिंग ऑल-राउंडर के रूप में उभरे जिन्होंने पाकिस्तान को कई मौकों पर जीत दिलाई। उन्होंने 2007 से 2009 तक पाकिस्तानी टीम की कप्तानी भी की थी।

सियालकोट में जन्में इस दायें-हाथ के ऑल-राउंडर का एकदिवसीय करियर काफी प्रशंसनीय रहा और उन्होंने 287 एकदिवसीय मुकाबलों में 7534 रन बनाए जिसमें 9 शतक तथा 44 अर्धशतक शामिल हैं। गेंद के साथ भी वह काफी असरदार थे और उनके नाम 158 एकदिवसीय विकेट के साथ-साथ 32 टेस्ट विकेट भी शामिल हैं। उन्होंने 2019 विश्व कप पर ध्यान केंद्रित करने के लिए टेस्ट प्रारूप को 2015 में ही अलविदा कह दिया था।

भले ही यह ऑल-राउंडर विश्व कप में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नही कर पाया लेकिन उन्होंने एक 'जेंटलमैन' की तरह खेल से विदाई ली। उनके खराब फॉर्म के चलते उन्हें टीम प्रबंधन ने शुरुआती एकादश से बाहर कर दिया। उन्होंने टीम प्रबंधन के इस फैसले का सम्मान किया और विश्व कप में भारत के खिलाफ मुकाबला उनके करियर का अंतिम एकदिवसीय मैच साबित हुआ।

#1. इमरान ताहिर, दक्षिण अफ्रीका

इमरान ताहिर
इमरान ताहिर

इमरान ताहिर 2011 से दक्षिण अफ्रीकी टीम का हिस्सा थे। भले ही उनका करियर देरी से शुरू हुआ, वह दक्षिण अफ्रीकी टीम के सबसे सफल लेग-स्पिनर बनकर उभरे। 40 साल की उम्र में भी उनकी गेंदबाजी की निरंतरता और सटीकता खराब नहीं हुई थी। अपनी हैरतअंगेज स्पिन-गेंदबाजी के लिए जाने जाने वाले ताहिर ने क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में 5-विकेट-हॉल लिया है।

104 एकदिवसीय पारियों में ताहिर ने 173 विकेट अपने नाम किये हैं जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 7/45 है। उन्होंने एकदिवसीय मैचों में भी 3 बार 5 से अधिक तथा 7 बार 4 से अधिक विकेट लेने का कारनामा किया है।20 मैच के छोटे से टेस्ट कैरियर में ताहिर के नाम 57 विकेट है और 38 टी20आई में उन्होंने 63 विकेट लिए हैं।

वर्ल्ड कप के बाद तुरंत बाद उन्होंने भी वनडे क्रिकेट से संन्यास ले लिया।

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