वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल (WTC Final) में भारतीय टीम (Indian Cricket Team) की बैटिंग को लेकर पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि भारतीय टीम में धैर्य की कमी दिखी। उनके मुताबिक भारत वनडे और टी20 इतना ज्यादा खेलता है कि टेस्ट क्रिकेट के लिए जितने धैर्य की जरूरत होती है वो उनके पास नहीं रह गया है।
भारतीय टीम को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ 8 विकेटों से हार का सामना करना पड़ा। इस मुकाबले में टीम की हार की प्रमुख वजह उनकी खराब बल्लेबाजी रही। कोई भी बल्लेबाज लंबी पारी नहीं खेल सका।
द टेलीग्राफ में लिखे अपने कॉलम में सुनील गावस्कर ने भारतीय टीम के बैटिंग परफॉर्मेंस को लेकर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा "खेल के आखिरी दिन कंडीशंस काफी अच्छे थे। धूप निकली हुई थी और पिच अच्छी थी। लेकिन एक टेस्ट मैच के लिए जितने धैर्य की जरूरत होती है भारतीय खिलाड़ियों में उसकी कमी दिखी। उन्होंने बहुत खराब शॉट खेले और इसी वजह से टीम कम स्कोर पर आउट हो गई।"
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सुनील गावस्कर ने केन विलियमसन का उदाहरण दिया
सुनील गावस्कर ने न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन की तारीफ की और कहा " जिस धैर्य और शॉट सेलेक्शन की जरूरत बल्लेबाजी में होती है वो न्यूजीलैंड के कप्तान की पारी में दिखी। दोनों ही पारियों में उन्होंने इसका नमूना पेश किया। वो अपनी टीम को जीत की दहलीज तक लेकर गए। उन्होंने काफी बेहतरीन बल्लेबाजी की और इस बात को भूल गए कि ये पिच गेंदबाजों की मददगार है।"
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