विश्व के दो सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक विराट कोहली और बाबर आजम की काफी तुलना देखने को मिलती है। हालांकि पाकिस्तान के पूर्व कप्तान यूनिस खान ने साफ किया कि अभी दोनों खिलाड़ियों के बीच तुलना करना सही नहीं है, क्योंकि बाबर ने कोहली के काफी समय बाद अपने करियर की शुरुआत की है।
यूनिस खान ने गल्फ न्यूज के साथ बातचीत में कहा,
"कोहली अभी 31 साल के हैं और अपने करियर के पीक पर हैं। उन्हें अंतर्राष्ट्रीय करियर में दशक से ऊपर हो गया और उन्होंने हर हालातों में खुद को साबित किया है। 70 अंतर्राष्ट्रीय शतक उनकी क्लास और काबिलियत को दिखाता है। दूसरी तरफ बाबर आजम को डेब्यू किए अभी लगभग 5 साल हुए हैं। उन्होंने 16 शतक लगाए हैं, टेस्ट और वनडे में उनकी औसत भी अच्छी है। हालांकि अभी दोनों की तुलना करना गलत होगा। अगर दोनों की तुलना करनी ही है, तो 5 साल बाद देखना होगा कि बाबर भी कोहली की तरह अपना दबदबा बना सकते हैं। "
विराट कोहली की तीनों फॉर्मेट में औसत 50 से ऊपर हैं
भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने 2008 में अपने करियर की शुरुआत की और मौजूदा समय में तीनों फॉर्मेट में टीम के सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ियों में से एक हैं। विराट कोहली की टेस्ट में 53.63, वनडे में 59.34 और टी20 में 50.8 की औसत है। तीनों फॉर्मेट में 50 से ऊपर की औसत दिखाती है कि वो किस निरंतरता से रन बनाते हैं। कोहली ने अपने करियर में अभी तक 20,000 से ज्यादा रन बनाए हैं और उनके नाम 70 शतक भी हैं।
दूसरी तरफ बाबर आजम की वनडे और टी20 में औसत 50 से ऊपर है, तो टेस्ट क्रिकेट में उनकी औसत 45.12 की है। आजम ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 5000 से ज्यादा रन बना लिए हैं।
हालांकि यूनिस खान का कहना सही है अभी दोनों खिलाड़ियों की तुलनी नहीं की जा सकती है। बाबर आजम अब पाकिस्तान के वनडे और टी20 टीम के कप्तान भी हैं, तो कप्तानी का दबाव भी उनके ऊपर रहेगा। आजम कप्तान के दबाव के साथ किस तरह का प्रदर्शन करते हैं यह देखना काफी दिलचस्प होगा।
कोहली को भारत की कप्तानी करते हुए काफी समय हो गया है और इसका असर उनके प्रदर्शन में देखने को नहीं मिला है। निश्चित ही अगर कप्तानी के दबाव के साथ बाबर बल्ले के साथ अच्छा करते हैं, तो उनकी गिनती विश्व के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में की जा सकती है।
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