युवराज सिंह एकमात्र ऐसे खिलाड़ी है जोकि अंडर 19 वर्ल्ड कप, टी20 वर्ल्ड कप, वर्ल्ड कप, चैंपियंस ट्रॉफी, एशिया कप, आईपीएल और टी10 का खिताब जीते हैं। सबसे खास बात यह रही है कि ज्यादातर टूर्नामेंट में युवराज सिंह का प्रदर्शन काफी बेहतरीन रहा है।
10 जून 2019 को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले युवराज सिंह ने अपने करियर में काफी कुछ हासिल किया। उनके कुछ रिकॉर्ड तो ऐसे हैं, जिन्हें कोई भी नहीं तोड़ पाया है। युवी ने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर में 400 से ऊपर मुकाबले खेलते हुए 10,000 से ज्यादा रन बनाए।
युवराज सिंह ने 2000 में अपना डेब्यू किया था और इसके बाद 2002 में भारत के लिए पहला मुख्य टूर्नामेंट जीता था। हालांकि डेब्यू से पहले वो अंडर 19 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम का हिस्सा रह चुके थे।
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हालांकि जैसे हमने आपको ऊपर बताया कि युवराज सिंह अपने करियर में कई प्रमुख टूर्नामेंट जीते हैं, लेकिन इसके अलावा वो कई फाइनल का भी हिस्सा रहे हैं, जिसमें भारत को जीत नहीं मिली है।
इस आर्टिकल में हम युवराज सिंह द्वारा सभी प्रमुख टूर्नामेंट के फाइनल में किए गए प्रदर्शन पर नजर डालेंगे:
#) अंडर 19 वर्ल्ड कप 2000 फाइनल vs श्रीलंका (40 गेंदों में 27 रन)
2000 में श्रीलंका में अंडर 19 वर्ल्ड कप का आयोजन हुआ था। 28 जनवरी 2000 को फाइनल में भारत और श्रीलंका का सामना फाइनल में हुआ। श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सिर्फ 178 रन बनाए, जिसे भारत ने 4 विकेट खोकर 41वें ओवर में हासिल कर लिया। युवराज सिंह ने गेंद के साथ एक ओवर डाला, जिसमें उन्हें कोई विकेट नहीं मिला। बल्ले के साथ युवी ने 40 गेंदों में 4 चौकों की मदद से 27 रन बनाए।
हालांकि इस टूर्नामेंट में 203 रन बनाने और 12 विकेट चटकाने के लिए युवराज सिंह को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया था।
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#) 2000 आईसीसी नॉकआउट, फाइनल vs न्यूजीलैंड (19 गेंदों में 18 रन)
नैरोबी में 2000 में हुए आईसीसी नॉकआउट का फाइनल भारत और न्यूजीलैंड के बीच 15 अक्टूबर 2000 को खेला गया था। भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 264-6 का स्कोर खड़ा किया। युवराज सिंह ने मुकाबले में 19 गेंदों में 2 चौकों की मदद से 18 रन बनाए। न्यूजीलैंड की टीम ने इस स्कोर को आखिरी ओवर में 6 विकेट खोकर हासिल कर लिया और भारत इस फाइनल को हार गया था।
युवराज सिंह ने गेंद के साथ किफायती गेंदबाजी करते हुए 10 ओवरों में सिर्फ 32 रन दिए थे। इसी टूर्नामेंट में युवराज सिंह ने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी और पहले ही पारी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तूफानी अर्धशतक लगाते हुए भारत को जीत दिलाई थी।
#) 2002 चैंपियंस ट्रॉफी, फाइनल vs श्रीलंका (बल्लेबाजी नहीं आई)
श्रीलंका में 2002 में चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन हुआ था। फाइनल में भारत और श्रीलंका का मुकाबला होना था। 29 सितंबर 2002 को श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 244-5 का स्कोर खड़ा किया और भारत का स्कोर 14-0 था, जब बारिश के कारण मैच रोकना पड़ गया था और फिर मुकाबला रिजर्व डे में हुआ।
30 सितंबर 2002 को एक बार फिर श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 222-7 का स्कोर खड़ा किया और भारत का स्कोर 38-1 था और बारिश के कारण मैच पूरा नहीं हो पाया। फाइनल मुकाबला दोनों दिन पूरा नहीं हो पाया और अंत में भारत और श्रीलंका को सयुंक्त रूप से विजयी घोषित किया गया।
#) 2003 वर्ल्ड कप, फाइनल vs ऑस्ट्रेलिया (34 गेंदों में 24 रन)
दक्षिण अफ्रीका में 2003 में वर्ल्ड कप का आयोजन हुआ था। 23 मार्च 2003 को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच फाइनल मुकाबला खेला गया था। पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने 359-2 का विशाल स्कोर खड़ा किया। गेंद के साथ युवी ने दो ओवर डाले, जिसमें उन्होंने बिना कोई विकेट लिए 12 रन दिए थे।
360 रनों का पीछा करते हुए भारतीय टीम 39.2 ओवरों में 234 रन बनाकर ऑलआउट हो गई। भारतीय टीम फाइनल को 125 रनों से हार गई और टीम विश्वकप जीतने से चूक गई। युवराज सिंह ने 34 गेंदों में एक चौके की मदद से 24 रन बनाए थे।
#) 2004 एशिया कप फाइनल vs श्रीलंका (29 गेंदों में 8 रन)
श्रीलंका में 2004 में एशिया कप का आयोजन हुआ था। 1 अगस्त 2004 को कोलंबो में भारत और श्रीलंका के बीच फाइनल मुकाबला खेला गया था। श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 228-9 का स्कोर बनाया। युवराज सिंह को गेंदबाजी करने का मौका नहीं मिला, लेकिन उन्होंने 2 कैच और साथ ही में एक रनआउट भी किया था।
229 रनों का पीछा करते हुए भारतीय टीम 50 ओवरों में 203-9 का स्कोर ही बना पाई और 25 रनों से एशिया कप जीतने से चूक गई। बल्ले के साथ युवराज सिंह ने पूरी तरह निराश किया और 29 गेंदों में बिना कोई बाउंड्री लगाए सिर्फ 8 रन बनाए।
#) 2007 टी20 वर्ल्ड कप फाइनल vs पाकिस्तान (19 गेंदों में 14 रन)
दक्षिण अफ्रीका में 2007 में टी20 वर्ल्ड कप का आयोजन हुआ था। 24 सितंबर को भारत और पाकिस्तान के बीच जोहन्सबर्ग में फाइनल खेला गया था। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 157-5 का स्कोर खड़ा किया। युवराज सिंह ने 19 गेंदों में एक चौके की मदद से 14 रन बनाए थे।
पाकिस्तान की टीम आखिरी ओवर में 152 रनों पर ऑलआउट हो गई और भारत ने पहले टी20 वर्ल्ड कप को 5 रनों से जीत लिया था। युवराज सिंह ने टूर्नामेंट में इंग्लैंड के खिलाफ 6 छक्के और सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ धुआंधार अर्धशतकीय पारी भी खेली थी।
#) 2008 एशिया कप फाइनल vs श्रीलंका (0 रन)
पाकिस्तान में 2008 में एशिया कप का आयोजन हुआ था। 6 जुलाई 2008 को कराची में भारत और श्रीलंका के बीच फाइनल मुकाबला खेला गया था। श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 273 रन बनाए और भारतीय टीम 40वें ओवर में 173 रनों पर सिमट गई और फाइनल को 100 रनों से हार गई।
युवराज सिंह फाइनल में पूरी तरह से नाकाम रहे थे और दूसरी ही गेंद पर 0 पर आउट हो गए थे। अजंता मेंडिस की घातक गेंदबाजी के आगे भारतीय टीम टिक ही नहीं पाई और एशिया कप जीतने से चूक गई।
#) 2011 वर्ल्ड कप फाइनल vs श्रीलंका (24 गेंदों में 21* रन और 2 विकेट)
भारत, बांग्लादेश और श्रीलंका में 2011 वर्ल्ड कप का आयोजन हुआ था। मुंबई में 2 अप्रैल को भारत और श्रीलंका के बीच फाइनल मुकाबला खेला गया था। श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 274-6 का स्कोर खड़ा किया। युवराज सिंह ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 10 ओवरों में 49 रन देकर कुमार संगाकारा और थिलन समरवीरा का विकेट लिया।
275 रनों का लक्ष्य भारत ने 49वें ओवर में हासिल कर लिया। युवराज सिंह 24 गेंदों में 21 रन बनाकर नाबाद रहे और इसमें उन्होंने दो चौके भी लगाए। भारत ने 28 साल बाद वर्ल्ड कप को जीता था। युवराज सिंह को 362 रन और 15 विकेट लेने के लिए प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया।
#) 2014 टी20 वर्ल्ड कप फाइनल vs श्रीलंका (21 गेंदों में 11 रन)
बांग्लादेश में 2014 टी20 वर्ल्ड कप का आयोजन हुआ। फाइनल में भारत और श्रीलंका की टीमें आमने-सामने थी। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 130-4 का स्कोर खड़ा किया। युवराज सिंह ने बल्ले के साथ निराशाजनक प्रदर्शन किया और 21 गेंदों में वो सिर्फ 11 रन बना पाए।
श्रीलंका ने 18वें ओवर में 4 विकेट खोकर इस लक्ष्य को हासिल कर लिया और भारत दूसरी बार टी20 वर्ल्ड कप को जीतने से रह गई। युवराज सिंह की इस पारी के बाद काफी आलोचना हुई थी।
#) 2016 एशिया कप फाइनल vs बांग्लादेश (बल्लेबाजी नहीं आई)
बांग्लादेश ने 2016 में एशिया कप का आयोजन हुआ था। यह एशिया कप टी20 फॉर्मेट में हुआ था और फाइनल में भारत और बांग्लादेश का मुकाबला हुआ था। बांग्लादेश ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 15 ओवरों में 120-5 का स्कोर खड़ा किया औऱ भारत ने इस लक्ष्य को 2 विकेट खोकर 14वें ओवर में हासिल कर लिया। हालांकि फाइनल में युवराज सिंह की बल्लेबाजी नहीं आई थी।
#) 2016 आईपीएल फाइनल vs रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (23 गेंदों में 38 रन)
आईपीएल के 9वें सीजन का फाइनल मुकाबला 29 मई को सनराइजर्स हैदराबाद और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलो के बीच बैंगलोर में हुआ था। पहले बल्लेबाजी करते हुए सनराइजर्स हैदराबाद ने 208-7 का विशाल स्कोर खड़ा किया। युवराज सिंह ने 23 गेंदों में 4 चौके और 2 छक्कों की मदद से 38 रन बनाए।
उन्होंने टीम के लिए काफी महत्वपूर्ण रन बनाए, वो भी काफी तेजी के साथ। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम 20 ओवरों में 200-7 का स्कोर ही बना पाई और इस फाइनल को 8 रनों से हार गई। इसी के साथ सनराइजर्स हैदराबाद और युवराज सिंह ने पहली बार आईपीएल का खिताब जीता।
#) 2017 चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल vs पाकिस्तान (31 गेंदों में 22 रन)
इंग्लैंड में 2017 चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन हुआ था। फाइनल मुकाबला भारत और पाकिस्तान के बीच 18 जून को केन्निंग्टन ओवल में खेला गया था। पाकिस्तान की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 338-4 का विशाल स्कोर खड़ा किया था। युवराज सिंह को गेंदबाजी करने का मौका नहीं मिला था, लेकिन उन्होंने एक कैच जरूर पकड़ा था।
339 रनों का पीछा करने उतरी भारतीय टीम 31वें ओवर में 158 रनों पर ऑलआउट हो गई। युवराज सिंह ने 31 गेंदों में 4 चौकों की मदद से 22 रन बनाए। हालांकि भारत फाइनल को हारने के साथ चैंपियंस ट्रॉफी जीतने से चूक गया।
#) 2019 टी10 फाइनल vs डेक्कन ग्लेडिएटर्स (बल्लेबाजी नहीं आई)
टी10 लीग के तीसरे सीजन में युवराज सिंह को मराठा अरेबियंस ने अपने आईकॉन खिलाड़ी के तौर पर शामिल किया। मराठा अरेबियंस ने टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन किया और फाइनल में डेक्कन ग्लेडिएटर्स को 8 विकेट से हराकर खिताब पर कब्जा किया। हालांकि फाइनल में युवराज सिंह की बल्लेबाजी नहीं आई। युवी ने टूर्नामेंट में 5 मुकाबले खेले, जिसमें उन्होंने 44 रन बनाए। इस बीच उनका सर्वाधिक स्कोर 23* रहा।