Zak Crawley Exposed After Lord's Test Day 3 Heated Argument: भारत और इंग्लैंड के बीच जारी लॉर्ड्स टेस्ट के तीसरे दिन के अंतिम 10 मिनट कोई नहीं भूल सकता है। भारतीय टीम 387 रन बनाकर ऑलआउट हो गई थी और अंत के 2 ओवर होने थे। मगर इंग्लिश ओपनर्स जैक क्रॉली और बेन डकेट की मंशा ठीक नहीं लग रही थी। वो चाह रहे थे कि एक से ज्यादा ओवर ना खेलना पड़े। इसके लिए पहले उन्होंने आने में देरी की, फिर क्रॉली ने एक बार बुमराह को रनअप व एक्शन के बाद रोक दिया। फिर एक गेंद उनके ग्लव्स पर लगी और उन्होंने फीजियो बुला लिया। यहां से बवाल काफी बढ़ गया।
जब क्रॉली ने लगातार यह हरकतें चालू रखीं तो भारतीय कप्तान शुभमन गिल आगबबूला हो गए। बुमराह भी नाखुश नजर आए। इसके बाद मामला गरमाया और दोनों अंग्रेज ओपनर्स के साथ गिल की कहासुनी हुई। फिर वही हुआ जो क्रॉली और डकेट चाहते थे, दूसरा ओवर नहीं फेंका जा सका। मगर इसके बाद इंग्लिश मीडिया और पूर्व इंग्लैंड के क्रिकेटर्स ने क्रॉली का बचाव किया। उनका कहना था कि चोट के समय फीजियो को बुलाना जायज है। जबकि देखने में साफ पता चल रहा था कि क्रॉली ड्रामा कर रहे थे समय खराब करने के लिए। इसकी पोल चौथे दिन खुल गई।
कैसे खुली जैक क्रॉली की पोल?
दिन का चौथा और पारी का पांचवां ओवर जसप्रीत बुमराह डाल रहे थे। उन्होंने शुरू से ही जैक क्रॉली को अपनी बॉलिंग से बहुत परेशान किया। मगर पांचवें ओवर की अंतिम गेंद ठीक उसी तरह उनके ग्लव्स पर तब लगी जब वह डिफेंस कर रहे थे। लेकिन इस बार ना फीजियो आया और ना ही उन्होंने ग्लव्स उतारकर टाइम खराब किया। ठीक इसी तरह तीसरे दिन भी पहले ओवर में हुआ था, मगर तब उन्होंने फीजियो बुला लिया था। इसके बाद कमेंट्री कर रहे संजय मांजरेकर ने भी कहे दिया कि देखिए आज भी कल की तरह बॉल लगी है और ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा।
देखें तीसरे दिन क्या हुआ था:-
सिराज ने डकेट को बनाया निशाना
इस बवाल के बाद चौथे दिन के खेल की शुरुआत काफी रोचक होने का अंदाजा लगाया जा रहा था। वैसे ही हुआ और भारतीय गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने जब बेन डकेट को आउट किया तो उनका रिएक्शन जबरदस्त था। उन्होंने गुस्से से डकेट को देखा और कंधे से कंधा लड़ाकर उन्हें वापस भेज दिया। इस गुस्से से साफ पता चल रहा था कि यह तीसरे दिन हुए बवाल का नतीजा है। इसके बाद सिराज ने डीआरएस की मदद से ओली पोप को भी अपना शिकार बनाया।