भारत को हांगझाओ एशियन गेम्स 2023 में तीसरा गोल्ड मेडल प्राप्त हो गया है। Equestrian यानि घुड़सवारी की टीम स्पर्धा में भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन कर पहला स्थान हासिल करने में कामयाबी पाई। ड्रेसेज टीम इवेंट में भारत के दिव्यकृति सिंह, हृदय विपुल छेड़ा, अंशु अग्रवाल और सुदीप्ती हाजेला ने मिलकर स्वर्ण पदक दिलाया।
भारतीय टीम के 209.205 अंक रहे जबकि दूसरे स्थान पर रही चीन की टीम के 204.882 और तीसरे स्थान पर रही हांगकांग की टीम के 204.852 अंक रहे। इस स्पर्धा में भारतीय घुड़सवारों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद जरूर थी लेकिन गोल्ड ने इस खुशी को दोगुना कर दिया है।
टीम ड्रेसेज में 37 साल बाद पदक
घुड़सवारी का खेल पहली बार साल 1982 के नई दिल्ली एशियाड में शामिल किया गया था। 1982 के खेलों में भारतीय घुड़सवारों ने इस खेल की तीन अलग-अलग स्पर्धाओं में गोल्ड जीता था। उसके बाद अब जाकर इन चार घुड़सवारों ने इतिहास रचा है। भारत को चार दशकों के लंबे इंतजार के बाद घुड़सवारी में एशियाड का गोल्ड प्राप्त हुआ है जबकि ड्रेसेज टीम इवेंट में साल 1986 के बाद कोई पदक आया है। साल 1986 के सियोल एशियन गेम्स में भारतीय टीम को ब्रॉन्ज प्राप्त हुआ था।
घुड़सवारी की टीम इवेंटिंग स्पर्धा भारत के लिए सबसे सफल रही है जहां भारत को कई बार पदक मिले हैं। पिछली बार 2018 में हुए एशियन गेम्स में राकेश कुमार, आशीष मलिक, फवाद मिर्जा और जितेंदर सिंह की चौकड़ी ने टीम इवेंट में सिल्वर जीता था। 1986, 1998, 2002 और साल 2006 के एशियाई खेलों में भारत को टीम ईवेंट में ब्रॉन्ज मिला था।
फिलहाल हांगझाओ एशियाई खेलों मे भारतीय घुड़सवार कुछ और स्पर्धाओं में भी आने वाले दिनों मे उतरेंगे जहां उनसे और पदकों की उम्मीद की जा सकती है। घुड़सवारी खेल इवेंट 6 अक्टूबर तक आयोजित किये जाएँगे।