हमारी सूची में दूसरे डिफेंडर, रॉबर्टो कार्लोस की महानता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जब वह रियल मेड्रिड से खेलते थे तब उनकी टीम ने कोई बैकअप लेफ्टबैक रखा ही नहीं। वह बहुत कम ही चोटिल होते थे और एक सीजन में कम से कम 50 मैच खेलते थे जो आधुनिक फुटबॉल में बहुत ही कम देखने को मिलता है। रॉबर्टो कार्लोस पॉवरफुल लेफ्ट लेग के लिए विश्व भर में जाने जाते थे और किसी भी गोलकीपर को बीट करने की काबिलियत रखते थे। उन्होंने फुटबॉल के नॉर्मल लॉ ऑफ़ फिजिक्स को फ़ेल कर दिया था और उनके शॉट्स गोलकीपर के लिए किसी बुरे सपने से कम नही थे। कोई भी फुटबॉल प्रेमी फ्रांस के खिलाफ किये गए उनके फ्री किक गोल को नहीं भूल सकता। 1998 का विश्व कप हारने के बाद, ब्राज़ील प्रतिशोध लेने के लिए बेचैन थी। रॉबर्टो कार्लोस की बेहतरीन परफॉरमेंस उस फ्री किक के साथ समाप्त हुई जिसने फ्रांस के गोलकीपर फेबियन बार्थेज़ को चौंका दिया। कार्लोस ने वह शॉट काफी दूर से मारा था लेकिन उसके पीछे काफी ताकत होने के कारण बॉल फार पोस्ट से गोल के अंदर चली गयी। उनकी टैकलिंग और सटीक क्रोसिंग ने उन्हें 2002 विश्व कप टीम का अहम हिस्सा बनाया।