एक डॉक्टर जो पूरी पीढ़ी के लिए एक आइकन बन गया, सोक्रेटस अपनी कप्तानी और कौशल के कारण तीसरे पायदान पर आते है। अपनी मूछों और हेडबैंड के कारण वह पिच पर आसानी से पहचाने जा सकते थे। मेडिसिन में डिग्री होने के कारण उन्हें डॉक्टर के नाम से जाना जाता था। वह उस समय के चार महान मिडफील्डर्स में से एक थे जो किसी भी डिफेन्स को भेद सकते थे।
1982 के विश्व कप में वो ब्राज़ील के पोस्टर बॉय थे और एक महान ब्राज़ील टीम के कप्तान भी थे। ग्रुप स्टेज और पहले दौर को आसानी से पार करने के बाद दुसरे दौर में इटली के विरुद्ध उनकी टीम लडखडाई और उन्हें 3-2 से हार का सामना करना पड़ा। हालांकि सोक्रेट्स ने गोल मार कर अपनी टीम को 1 -1 की बराबरी जरुर दिलाई लेकिन वह पाओलो रॉसी की हैट्रिक के सामने फीकी साबित हुई।
सोक्रेटस आखिरी बार 50 वर्षीय खिलाड़ी-प्रबंधक के रूप में गर्फोर्थ टाउन के लिए इंग्लैंड में दिखे।