10 गोल जिन्होंने फुटबॉल के इतिहास को बदल दिया

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ये वो गोल हैं जिन्होंने फुटबॉल की तस्वीर को हमेशा-हमेशा के लिए बदल दिया। फुटबॉल हमेशा से ही सिर्फ गोल स्कोर करने का खेल रहा है। यही वो गोल हैं जिन्होंने इस शानदार खेल को पूरी तरह से बदल कर रख दिया। विश्व कप फाइनल का एक गोल, या किसी लीग के फाइनल के आखिरी मिनटों में हुआ गोल या फिर बुरी तरह पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए पहला गोल। ये सभी गोल वो गोल हैं जिन्होंने इस खेल को पूरी तरह से बदल कर रख दिया। फुटबॉल के इतिहास में ऐसे अंगिनत गोल हैं जो बेहतरीन होने के साथ-साथ उस समय पर किए गए, जब उनकी सबसे ज्यादा जरूरत थी और उन सब में से 10 सबसे शानदार गोल चुनना आसान काम नहीं है। लेकिन हम स्पोर्ट्सकीड़ा में लाए हैं आपके लिए फुटबॉल इतिहास के 10 सबसे शानदार गोल। वो गोल जिन्होंने इस खूबसूरत खेल को पूरी तरह से बदल कर रख दिया और रोमांच के नए आसमान पर पहुंचा दिया। #10 स्टीवन जेराड का चैंपियंस लीग फाइनल में एसी मिलान के खिलाफ गोल (2005) 2005 में चैंपियंस लीग फाइनल जो कि इस्तानबुल में खेला गया था, वो फुटबॉल के मैदान में सबसे ऐतिहासिक मुकाबलों में से एक था, रफा बेनिट्ज की टीम लीवरपूल, 2005 के उस चैंपियंस लीग फाइनल में एक कमजोर टीम के रूप में पहुंची थी जहां सामने मौजूद थी कार्लो एनकलौटी की शानदार टीम एसी मिलान। steven-gerrard-istanbul-1474442914-800 पहला हाफ हर किसी कि सोच के अनुसार ही गुजरा और मिलान ने लीवरपूल को शुरुआत से पछ़ाड़ना शुरू कर दिया, एसी मिलान की तरफ से मालडिनी ने पहला और क्रैस्पो ने 2 गोल कर पहले हाफ के अंदर ही सीरिया ए कि इस टीम को 3-0 की लीड दिला दी, लेकिन इसके बाद दूसरे हाफ में जो हुआ वो अद्भुत था। उसे एक दिग्गज खिलाड़ी ही इतिहास के पन्नों पर स्वर्ण अक्षरों से लिख सकता था, उस रोज जो हुआ वो आज भी लीवरपूल के फैन्स के दिलों की धड़कनों को बढ़ा देता है, और उनके रोंगटे खड़े कर देता है। इस मुकाबले के दूसरे हाफ में लीवरपूल के कप्तान स्टीवन जैराड ने टीम को एक नायक के तौर पर लीड किया और दूसरे हाफ में अपनी टीम के लिए पहला गोल दागा, इसके बाद 6 मिनट के अंदर लीवरपूल की टीम ने स्कोरलाइन को बराबरी पर ला दिया इसके बाद मुकाबला पेनाल्टी शूटआउट में गया, लीवरपूल ने ऐतिहासिक वापसी के बाद इस मुकाबले को पेनाल्टी शूट आउट में अपने नाम किया। ये मैच इतना चर्चित रहा कि आज भी लोग इसे “मिरेकल ऑफ इस्तानबुल” के नाम से जानते हैं, और स्टीवन जैराड का पहला गोल इस ऐतिहासिक जीत की तरफ दमदार आगाज था, नीचे दिए गए वीडियो में आप 2005 के चैंपियन लीग फाइनल के इस मुकाबले के बेहतरीन और ऐतिहासिक पलों को देख पाएंगे। https://youtu.be/Sg3_uFEkjzc #9 2014 के विश्व कप फाइनल में अर्जेंटीना के खिलाफ मारियो गोट्जे का गोल mario-gotze-germany-1474444665-800 जर्मनी के कोच जोएकिम लो ने 36 साल के मिरोस्लव क्लोजे कि जगह 88वे मिनट में गोट्जे को ये कहकर भेजा कि “ जाओ दिखा दो दुनिया को कि तुम मैसी से बेहतर हो, और वर्ल्ड कप को निर्णायक मोड़ दे सकते हो“ मारियो गोट्जे मैदान पर उतरे और ठीक वैसा ही किया। “जर्मन मैसी” ने मुकाबले का एकमात्र गोल 113वें मिनट में दागा और मैसी की टीम अर्जेंटीना का दिल तोड़ दिया। आखिरकार ये प्रतिभाशाली टीम 1996 के बाद कोई बड़ा खिताब देश के लिए जीतने में कामयाब रही। विश्व कप फाइनल के एकस्ट्रा टाइम का दूसरे हाफ जर्मनी के लिए एकलौता और विजय गोल लाया, और आखिरकार सालों से हर बड़े टूर्नामेंट के आखिरी दौर में हार कर बाहर होने वाली जोएकिम लो की टीम इस विश्व कप को अपने नाम करने में कामयाब रही। नीचे दिए गए वीडिय़ो में आप इस ऐतिहासिक गोल को देख सकते हैं: https://youtu.be/1QJ6P8Yxil4

#8 2014 चैंपियंस लीग में एटलिको मैड्रिड के खिलाफ सर्जियो रैमौस का आखिरी मिनट में किया हुआ गोल

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रियल मैड्रिड और एटलिको मैड्रिड के बीच कोई भी मुकाबला वैसे भी बड़ा होता है, अब जरा सोचिए दोनों टींमें अगर चैंपियंस लीग के फाइनल में भिड़ रहीं हों, और मैड्रिड जहां ला डेसिमा यानी 10वें स्पेनिश टाइटल कि ओर तेजी से कदम बढ़ा रही हो, तो सोचिए इस मैच के मायने क्या होंगे, लेकिन इस मुकाबले में एटलिको मैड्रिड चैंपियंस लीग को जीतकर इतिहास रचने की ओर बढ़ रही थी उनका सपना सच होने की कगार पर आ पहुंचा था, कि तभी बीच में सर्जियो रैमौस का हैडर आ गया। 93वें मिनट तक एटलिको मैड्रिड इस मुकाबले में 1-0 से आगे चल रही थी, घड़ी की सुइयों में बस अब चंद सैकेंड बाकी थे, डिएगो सिमॉन्स की एटलिको मौड्रिड जीत के जश्न के बारे में भी सोचने लगी थी और इस शानदार ट्रॉफी को उठाने के बारे में भी, कि तभी 93वें मिनट में रैमौस के एक हेडर ने खेल को बराबरी पर ला दिया और फिर मैच पहुंचा एकस्ट्रा टाइम पर। अब बारी एकस्ट्रा टाइम की थी, इंजरी टाइम के आखिरी क्षणों में गोल करके रियल मैड्रिड ने एटलिको के खिलाड़ियों को पूरी तरह से तोड़ दिया। इसके बाद एकस्ट्रा टाइम के कुल 30 मिनटों में रियल मैड्रिड का ही बोलबाला रहा, और आखिर में रियल मैड्रिड ने इस मैच को 4-1 से जीत लिया। रैमौस के उस आखिरी क्षणो के गोल की बदौलत ही रियल मैड्रिड इतिहास रचने में कामयाब रहा और ला डेसिमा में प्रवेश करने वाली भी रियल मैड्रिड पहली टीम बनी, वो टीम जिसने 10 बार युरोप के बड़े टूर्नामेंटों को जीता है। रैमौस के उस गोल को आप नीचे दिए गए वीडियो में देख सकते हैं:

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#7 1968 में बेल्जियम के खिलाफ पेले की शानदार बाई-साइकिल किक

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यकीनन फुटबॉल कि दुनिया का सबसे बेहतरीन खिलाड़ी जब बाइ-साइकिल किक के जरिए गोल करे तो वो फुटबॉल की दुनिया के सबसे शानदार गोल में से एक होगा ये तय है, पेले ने बाइ-साइकिल किक को 1968 में बेल्जियम के खिलाफ किए गोल से पॉपुलर कर दिया। पेले को मैदान की बाई ओर से पास मिला, और उस वक्त उनका चेहरा गोल की तरफ नहीं था, ऐसे में हर कोई उस वक्त यही सोच रहा था कि ये दिग्गज खिलाड़ी अब क्या करेगा, पेले ने अपने शरीर को पीछे की तरफ उठाते हुए, हवा में ही अपने सीधे पैर से एक दमदार शॉट बिना गोल के देखे लगाया, कीपर की ही तरह पूरी दुनिया इस कारनामें से हैरत में थी, पेले के इस शॉट ने फुटबॉल की दुनिया के परम्परागत मानदण्डों को पूरी तरह से बदल कर रख दिया। नीचे दिए गए वीडियो में आप इस ऐतिहासिक गोल को देख सकते हैं:

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#6 माइकल थोमस का आखिरी मिनट में दागा गोल जिसने आर्सनल को लीवरपूल के खिलाफ लीग में जीत दिलाई (1989)

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26 मई 1989 में इंग्लिश फुटबॉल लीग में दो शानदार टीमें एनफील्ड के मैदान में आमने-सामने थीं, एक तरफ थी लीवरपूल और दूसरी तरफ आर्सनल, जहां आर्स्नल को टाइटल जीतने के लिए 2 गोल के अंतर से जीतना था, ऐसे में बहुत कम ही लोग थे जिन्हें ये लग रहा था कि लीवरपूल अपने ही घर में हार जाएगा। कमजोर आंका जाने के बाद भी आर्सनल के माइकल थोमस ने 89वें मिनट में अद्भुत गोल दागा और इंग्लिस फुटबॉल के सबसे ऐतिहासिक मुकाबलों में इस मुकाबले को हमेशा-हमेशा के लिए दर्ज करवा दिया। अपने ही घर यानी एनफील्ड के मैदान में केनी डॉलग्लिस की लीवरपूल के सपने चकनाचूर हो गए, वहीं माइकल थोमस ने टाइटल गोल कर अपना नाम आर्सनल के इतिहास में हमेशा के लिए दर्ज करवा लिया। माइकल थोमस के टाइटल गोल को नीचे दिए गए वीडियो में देखें: https://youtu.be/4jiBIdtUKhs

#5 क्वीन पार्क रेंजर्स के खिलाफ प्रीमियर लीग मुकाबले के आखिरी मिनट में सर्जियो अग्वेरो का गोल (2012)

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बेलाटेली का अग्वेरो को शानदार पास और गोल, कौन भूल सकता है उन लम्हों को जो मैदान पर पहले कभी देखने को नहीं मिले थे, 93वें मिनट में अग्वेरो के गोल ने मेनचेस्टर सिटी को 44 साल बाद प्रीमियर लीग का खिताब दिलाया था। 2012 की लीग के आखिरी दिन के मुकाबले से पहले सिटी को अपनी ही घर पर QPR के खिलाफ बस जीत दर्ज करनी थी, लेकिन सिटी इस मुकाबले में 90 मिनट तक 2-1 से पिछड़ रखी थी । लेकिन इंजरी टाइम में ही पहले एडिन डीजिको ने मुकाबले को बराबरी पर ला दिया और फिर आखिरी क्षणों में सर्जियो अग्वेरो का गोल हमेशा-हमेशा के लिए यादगार साबित हुआ। पूरे मुकाबले के कुछ दिलचस्प लम्हें नीचे दिए गए वीडियो में देखें: https://youtu.be/81bv_gF4j5k

#4 1999 में बेयर्न म्युनिख के खिलाफ चैंपियंस लीग फाइनल में ओले गूनर शॉल्कजेयर का विजय गोल

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सर एलेक्स फर्गुसन के “फर्गी टाइम” से फुटबॉल की दुनिया का हर फैन परिचित है, औऱ इसका एक सबसे बेहतर उदाहऱण देखने को मिलता है 1999 में कैम्प नू में हुई बेयर्न म्युनिख और मैनचेस्टर युनाइटेड के बीच रोमांचक जंग में। जहां युनाइटेड ने 0-1 से पिछड़ते हुए आखिरी चंद मिनटों मे शानदार वापसी की युनाइटेड ने आखिरी 3 मिनट के अंदर 2 गोल दागकर स्कोरलाइन को 0-1 से 2-1 में तब्दील कर दिया और 1999 की चैंपियंस लीग ट्रॉफी को अपने नाम किया। मैनचेस्टर युनाइटेड के फैंस शैरिंघम के आखिरी मिनट में बराबरी पर ला देने वाले गोल से खुश थे, और 90वें मिनट में किए गए उस गोल से उन्हें उम्मीद थी कि अब मैच का फैसला पैनाल्टी शूटआउट से सामने आएगा, लेकिन फर्गुसन और शॉल्कजेयर कुछ और ही सोच रहे थे। शैरिंघम के बराबरी वाले गोल से उत्साहित होने की बजाए युनाइटेड ने जीत के लिए कदम आगे बढ़ाए और उन्हें इसका फल भी मिला, जब नॉर्वे के खिलाड़ी शॉल्कजेयर ने एक्सट्रा टाइम में दाग दिया ऐतिहासिक गोल औऱ 1999 की चैंपियंस लीग रही मैनचेस्टर युनाइटेड के नाम। नीचे दिए गए वीडियो में मैनचेस्टर युनाइटेड की ऐतिहासिक जीत को देखें:

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#3 2010 विश्व कप फाइनल में नीदरलैंड के खिलाफ आंद्रे इनिएस्ता का गोल

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विश्व कप इतिहास में स्पेन हमेशा से ही अपनी क्षमता से कमजोर प्रदर्शन करता आया था, लेकिन 2010 विश्व कप में इस टीम को पता था, कि फुटबॉल कि दुनिया में सबसे बड़ी ट्रॉफी जीतने का इससे सुनहरा मौका कोई और शायद ही होगा। स्पैनिश टीम शानदार खिलाड़ियों से भरी पड़ी थी, और हर कोई यही चाहता था कि ये टीम फुटबॉल इतिहास की सबसे शानदार टीमों की सूची में जगह बनाए। 2010 विश्व कप फाइनल में नीदरलैंड के खिलाफ स्पेन को शुरूआत के 116 मिनट तक कोई कामयाबी नहीं मिली, लेकिन फिर उसी मिनट उस लम्हे ने भी दस्तक दी जिसकी वजह से इनिएस्ता और उनका गोल आज हमारी इस सूची में मौजूद हैं। ये गोल सिर्फ विश्व कप खिताब के लिए ही नहीं था, बल्कि इस गोल ने इस टीम को स्पेन में फुटबॉल के इतिहास में हमेशा के लिए अमर भी कर दिया । इस गोल ने पूरे देश को न सिर्फ जोड़ा बल्कि ला रोजा यानी स्पेन की उस दमदार टीम पर कामयाबी की महुर लगा दी। स्पेन की उस ऐतिहासिक जीत को नीचे दिए गए वीडियो में देखें: https://youtu.be/QwADqit3dBE

#2 1988 के यूरो कप फाइनल में सोवियत यूनियन के खिलाफ मॉर्को वेन बेस्टन की वॉली

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वेन बेस्टन यकीनन उन सबसे शानदार खिलाड़ियों में से एक हैं जिन्हें हमने फुटबॉल के मैदान पर खेलंते देखा। इस खिलाड़ी के लिए सबसे बड़ा मौका रहा 1988 का यूरो कप फाइनल जहां इस खिलाड़ी ने शानदार वॉली से नैदरलैंड की झोली में एकमात्र बड़ी ट्रॉफी डाली। 1988 के यूरो कप में बेस्टन का शानदार खेल पूरे टूर्नामेंट में देखने को मिला। इस टूर्नामेंट में बेस्टन ने 5 गोल दागे जिसमें इंग्लैंड के खिलाफ एक हैट्रिक भी शामिल है। फिर एक गोल उन्होंने जर्मनी के खिलाफ किया, और फिर आखिरी वॉली सोवियत यूनियन के खिलाफ फाइनल में। इतिहास के ये सबसे शानदार गोल में से एक है जहां ये वॉली बेस्टन ने शानदार तरीके से न सिर्फ गोल लाइन के पार पहुंचाई, बल्कि हवा में कीपर को भी छका दिया, नैदरलैंण्ड ने इस मुकाबले को 2-0 जीता था और इस मुकाबले के बाद ऐसा मुकाबला फिर कभी यूरो कप में देखने को नहीं मिला। इस शानदार वॉली को नीचे दिए गए वीडियो में देखें: https://youtu.be/ARA133i5Oc8

#1 1986 के विश्व कप में इंग्लैंड के खिलाफ डिएगो मैराडोना का विवादित ‘हैंड ऑफ गॉड’ (एक अकेले ने हराया पूरी टीम को)

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चाहो या न चाहो लेकिन आप इस खिलाड़ी को नजरअंदाज नहीं कर सकते, फुटबॉल की दुनिया में अपना कमाल दिखाने वाले कई खिलाड़ी हैं, लेकिन डिएगो अरमान्दो मैराडोना यकीनन सबसे शानदार खिलाड़ियों में से एक हैं। मैराडोना ने 4 विश्व कप खेले हैं लेकिन जिस एक विश्व कप के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा वो 1986 का विश्व कप है जो मेक्सिको में हुआ था, मैराडोना ने इस विश्व कप में अर्जेंटीना को खिताबी जीत दिलाई जहां उन्होंने हर मैच में अपना कमाल दिखाया अपने शानदार खेल और अपनी बेहतरीन स्किल्स की बदौलत वो अपनी टीम की जीत का मुख्य और एकलौता कारण थे।

1986 विश्व कप सिर्फ मैराडोना के नाम से ही जाना जाएगा, जहां विश्वकप का सबसे चर्चित मैच खेला गया था अर्जेंटीना और इंग्लैंड के बीच, इसी मैच में मैराडोना ने हाथ से गोल कर सभी को हैरत में डाल दिया था। अजीब बात तो ये थी कि रैफरी भी इस गोल में मैराडोना के हाथ से किए हुए गोल को पकड़ नहीं पाए, इसके महज 4 मिनट बाद मैराडोना ने एक ऐसा गोल दागा, जिसे आज भी फुटबॉल इतिहास का सबसे बेहतरीन गोल कहा जाता है जब मैराडोना ने हाफ लाइन से ड्रिबल कर अकेले ही इंग्लैंड के डिफेंस और गोलकीपर को छकाकर गोल दागा। ये मैच दोनों देशों के बीच मलवीनस वॉर के बदले के रूप में भी कहीं न कहीं देखा जा रहा था और इसलिए मैराडोना ने अपने अंदाज में ही सही लेकिन कहा कि “ ये ऐसा है जैसे हमने एक टीम को नहीं एक देश को हराया हो, हालांकि हमने फुटबॉल मैच से पहले ही कहा था कि, इस मैच का मलवीनस वॉर से कोई लेना-देना नहीं है, हमें पता है कि उन्होंने वहां कई अर्जेनटीनियन लड़कों को मारा है और ये बस बदला है”। ये गोल एक आम गोल नहीं था ये खास था और किसी भी गोल की तुलना में, इस गोल ने मैराडोना को घर-घर तक पहुंचाया, ये वो गोल है जिसने फुटबॉल के इतिहास को ही बदल दिया, मैराडोना का ये गोल निश्चित तौर पर उन चंद मौकों से भी खास है जो हमने आपको अब तक अपनी इस खास रिपोर्ट में दिखाए, ऐसा गोल दुनिया ने फिर कभी नहीं देखा। हैंड ऑफ गॉड को देखने के लिए नीचे दिया गया वीडियो देखें https://youtu.be/KY40__rBvSk