जर्मनी के कोच जोएकिम लो ने 36 साल के मिरोस्लव क्लोजे कि जगह 88वे मिनट में गोट्जे को ये कहकर भेजा कि “ जाओ दिखा दो दुनिया को कि तुम मैसी से बेहतर हो, और वर्ल्ड कप को निर्णायक मोड़ दे सकते हो“ मारियो गोट्जे मैदान पर उतरे और ठीक वैसा ही किया। “जर्मन मैसी” ने मुकाबले का एकमात्र गोल 113वें मिनट में दागा और मैसी की टीम अर्जेंटीना का दिल तोड़ दिया। आखिरकार ये प्रतिभाशाली टीम 1996 के बाद कोई बड़ा खिताब देश के लिए जीतने में कामयाब रही। विश्व कप फाइनल के एकस्ट्रा टाइम का दूसरे हाफ जर्मनी के लिए एकलौता और विजय गोल लाया, और आखिरकार सालों से हर बड़े टूर्नामेंट के आखिरी दौर में हार कर बाहर होने वाली जोएकिम लो की टीम इस विश्व कप को अपने नाम करने में कामयाब रही। नीचे दिए गए वीडिय़ो में आप इस ऐतिहासिक गोल को देख सकते हैं: https://youtu.be/1QJ6P8Yxil4