लीग फुटबॉल में खिलाड़ियों का एक क्लब से दूसरे क्लब में जाना एक आम बात है। इसी तरह दुनिया के सबसे मशहूर क्लबों में से एक आर्सेनल ने भी कई खिलाड़ियों को खोया। यूं तो क्लब बदलने की इस प्रक्रिया के कई कारण होते हैं। जैसे कि खिलाड़ी को कोई बेहतर डील मिल जाना, या फिर क्लब द्वारा ही बाहर जाने के संकेत मिल जाना। मगर आम तौर पर खिलाड़ियों को क्लब छोड़कर इसलिए जाना पड़ता है क्योंकि या तो मैनेजमेंट नए चेहरों को ढूंढ रहा होता है या फिर उसे लगता है कि किसी खिलाड़ी का क्लब में आगे बढ़ने का सफर अब खत्म हो गया है। आर्सेनल ने साथ कुछ ऐसे खिलाड़ी जुड़े, जिन्होंने क्लब को छोड़ने के बाद अपने करियर में ज्यादा प्रसिद्धि हासिल की। हम आपको बताएंगे उन चेहरों के बारे में जिनको आर्सेनल ने त्याग दिया, लेकिन वो फिर भी अपने खेल की चमक दिखाने में कामयाब रहे :
#1 सर्ज नाब्री - 2016 में वेर्डर बर्मन में हुए शामिल
ऐसा कहा जा सकता है कि जर्मनी के सर्ज नाब्री पर आर्सेनल से रिजेक्ट किया जाना या फिर अपने लिए कुछ बड़ा करते रहने का प्रभाव काफी अच्छा पड़ा। आर्सेनल क्लब को अलविदा कहकर 'वेर्डर बर्मन' में शामिल होते ही नाब्री ने अपने खेल का परचम लहरा दिया। एक युवा फुटबॉलर के तौर पर वो 2012 में आर्सेनल में शामिल किए गए थे। तब मैनेजर आर्सेन वेंगर ने कहा था कि मुझे सर्ज की काबीलियत पर पूरा भरोसा है और उनका भविष्य अच्छा रहने वाला है, बस उन्हें अपनी फिटनेस पर ध्यान देना होगा। हालांकि सर्ज इस भरोसे पर खरे नहीं उतर पाए। पिछले दो सालों में वो चोट के कारण काफी परेशान रहे और आर्सेनल के लिए कमाल नहीं कर सके। 2016 में वेर्डर बर्मन से जुड़ने के बाद उनके खेल में जैसे नई जान आ गई। बुंदेसलीगा में वो अभी तक 15 मैचों में 7 गोल कर चुके हैं। इतना ही नहीं उनके इस खेल को देखकर जर्मन राष्ट्रीय टीम में भी उन्हें मौका दिया गया। उन्होंने अपने पहले ही अंतर्राष्ट्रीय मैच में गोल की हैट्रिक लगाकर सबका मन मोह लिया। इस जर्मन खिलाड़ी का ये खेल देखकर शायद अब आर्सेनल को लगता होगा कि वो सर्ज को बेहतर डील देकर क्लब में रोक लेते। #2 वोजसिएच शेंसी - एएस रोमा द्वारा आर्सेनल से लोन पर लिए गए खिलाड़ी
प्रीमियर लीग के 2014-15 सीजन में आर्सेनल के लिए खेलते हुए इस गोलकीपर का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। इसके साथ ही इस दौरान उन्होंने टीम में रहते हुए कुछ आपत्तिजनक हरकतें भी कीं । इसी के चलते आर्सेनल ने उनसे अलग होने का निर्णय किया। पोलैंड के इस शानदार गोलकीपर ने आर्सेनल के साथ लगभग एक दशक बिताया। अब, एएस रोमा में आना उनके लिए काफी मददगार रहा है क्योंकि खेल में काफी सुधार आया है। सीरी ए में इस सीजन की शुरुआत में ही 15 मैचों में 6 क्लीन शीट्स उनके नाम हैं। मैनेजर लूसियानो स्पालेटी ने भी उन पर काफी भरोसा दिखाया है जिसके चलते उनके खेल में शानदार सुधार दिखा है। अब जब उनसे दोबारा आर्सेनल में शामिल होने को लेकर सावल किया गया तो उनका कहना था कि मैंने इन चार महीनों में स्पालेटी से इतना सीखा है जितना मैंने 10 साल आर्सेनल में नहीं सीखा। वो (स्पालेटी) मेरे खेल को समझते हैं और मुझे अपनी तरह से खेलने देते हैं। #3 कार्लोस वेला - 2012 में रियल सोसीडैड में हुए शामिल
आर्सेनल के लिए शानदार और तेज विंगरों में से एक थे कार्लोस वेला। आर्सेन वेंगर की नजर 2005 की फीफा अंडर-17 वर्ल्ड चैंपियनशिप में इस युवा खिलाड़ी पर पड़ी। उस टूर्नामेंट में कार्लोस इतना बेहतरीन खेले थे कि कई और क्लब उनको लेने के इच्छुक थे, लेकिन आर्सेनल ने उन पर दांव खेला। हालांकि वो आर्सेनल में टिक नहीं सके और काफी समय तक दूसरे क्लबों में लोन के रूप में खेलते रहे। मैक्सिको के इस खिलाड़ी पर काम करने का पर्मिट मिलने में आई दिक्कतों के चलते भी काफी असर पड़ा। कार्लोस ने 2008 में आर्सेनल के लिए खेलना शुरू किया। उन्होंने क्लब के लिए सभी टूर्नामेंटों में 29 मैच खेले, लेकिन सिर्फ 6 गोल और 3 असिस्ट उनके नाम रहे। इसके चलते वो क्लब की सीनियर टीम में शामिल नहीं हो सके। कई सीजन में असफल रहने के बाद वेला आखिरकार रियाल सोसीडैड से जुड़े। इस क्लब में शामिल होना उनके लिए बेहतर साबित हुआ और उनका खेल निखर गया। उन्होंने क्लब के लिए 2012 से अब तक 208 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 66 गोल और 39 असिस्ट किए हैं। इस सीजन में भी वो 14 मैचों में 4 गोल और 4 असिस्ट कर चुके हैं। साथ ही वो पिछले पांच में से दो में मैन ऑफ द मैच रहे हैं। #4 जोहान जौरोऊ – आर्सेनल से निकल कर हैमबर्गर एसवी में हुए शामिल
आर्सेनल के इस पूर्व खिलड़ी ने एक युवा फुटबॉलर के रूप में क्लब के लिए मैच खेले। उन्होंने गनर्स के लिए 86 मैच खेले जिसके बाद वो हमेशा के लिए हैमबर्गर एसवी में शामिल हो गए। आर्सेनल के साथ जोहान का सफर निराशाजनक था। वो आर्सेनल की उस टीम के मुख्य डिफेंडर थे, जो मैनचेस्टर यूनाइटेड से उन्हीं के ग्राउंड पर 8-2 से बुरी तरह हार गई थी। इस मैच के बाद से ही जोहान के लिए क्लब में कुछ भी अच्छा नहीं रहा। आर्सेनल में रहते हुए उन्हें क्लब के ही फैंस के तीखे ताने झेलने पड़ते थे। कुछ पल तो ऐसे भी आए जब फैंस के ऐसे रवैया के कारण वो फील्ड पर रो दिए। जोहान एक अच्छे डिफेंडर थे, लेकिन आर्सेनल में उन्हें अक्सर अपनी पोजिशन से अलग खिलाया जाता था। इसके चलते टीम खराब प्रदर्शन करती थी, जिसका टीकरा भी जोहान पर ही फोड़ा जाता था। 2014 में हैमबर्गर एसवी में आने के बाद वो टीम के अब मुख्य खिलाड़ी हैं। वो इस जर्मन क्लब के लिए इस सीजन में 15 मैचों में खेल चुके हैं। उनका प्रदर्शन न सिर्फ अच्छा रहा है बल्कि हर गेम के साथ उसमें सुधार भी आ रहा है। #5 लुकास फाबियान्सकी – आर्सेनल से फ्री ट्रांस्फर पर स्वानसी सिटी में हुए शामिल
स्वानसी सिटी का ये दमदार गोलकीपर मौजूदा समय में क्लब के प्रमुख खिलाड़ियों में से एक है। लुकास फाबियानस्की आर्सेनल के साथ सात साल रहे, लेकिन सिर्फ 31 मैच ही उनके हाथ लगे। लुकास की सही काबीलियत को आर्सेनल पहचानने में पूरी तरह से विफल रही। हालांकि स्वानसी में आने के बाद उनके खेल का असली असर लोगों को दिखने लगा। टीम के मैनेजर को लेकर क्लब के भीतर चल रही कश्मकश के बीच भी लुकास अपने खेल में कोई कमी नहीं छोड़ते। लुकास पिछले सीजन में भी क्लब भी के लिए अच्छे परफॉर्मर साबित हुए थे और इस सीजन में तो जैसे वो टीम के एकलौते योद्धा के रूप में नजर आ रहे हैं। स्वानसी में उनके बेहतर खेल के लिए क्लब के पूर्व गोलकीपर जिमी रिमर का भी हाथ है क्योंकि वो लुकास के खेल को प्रोत्साहित करते आए हैं। लुकास ने क्लब के लिए इस सीजन में 18 मैचों में तीन क्लीन शीट्स दी हैं और कुल 55 गोल बचाए हैं। आने वाले समय में वो स्वानसी के सबसे बड़े खेलाड़ी बनें या नहीं, लेकिन एक बात तो तय है कि वो एक कीपर के तौर पर आर्सेनल से कहीं बेहतर यहां महसूस करते हैं।