अर्जेंटीना के अनुभवी खिलाड़ी ‘एंजल डी मारिया’ का मैनचेस्टर यूनाइटेड से पुराना नाता रहा है। वो रियाल मैड्रिड से निकलकर मैन्यू में शामिल हुए। लेकिन इंग्लैंड के नाता तोड़ने की इच्छा के कारण वो फिर फ्रांस लौट गए। इस खिलाड़ी की खासियत है विंगर के तौर पर टीम के अटैक को दमदार बनाना। उन्होंने अर्जेंटीना के 2014 वर्ल्ड कप फाइनल में पहुंचने में अहम योगदान दिया था। चूंकि डीमारिया एक बेहतरीन विंगर हैं और मैन्यू के पास इस समय इस पोजिशन के लिए कोई दमदार खिलाड़ी नहीं है, ऐसे में आप उन्हें रेड डेवल्स के लिए खेलते हुए कल्पना कीजिए। खैर इस बात में भी कोई दो राय नहीं है कि अगर डीमारिया मैन्यू के लिए खेलते रहते तो आज एक बहुत बड़े फुटबॉल दिग्गज होते। यहां तक कि मोर्हिनो के साथ भी उनका तालमेल अच्छा रहा है। वे रियाल के पहले खिलाड़ी थे जिन्हें मोर्हिनो ने अपने कार्यकाल में साइन किया था। मोर्हिनो के लिए ये डील फायदे का सौदा रही क्योंकि डीमारिया एक शानदार क्लब फुटबॉलर के रूप में उभरे। हम इस बात की कल्पना कर सकते हैं कि अगर डीमारिया अब मोर्हिनो के साथ वापस आते, तो दोनों का आपस में तालमेल बेहतरीन रहता क्योंकि उनका खेल मार्हिनो की सोच से काफी मिलता है।