माइकल लॉड्रप 1989 में बार्सिलोना में शामिल हुए। उस वक्त क्लब में पेप गार्डिओला, रोनाल्ड कोइमेन और रिस्टो स्टोइचकोव जैसे बड़े खिलाड़ी मौजूद थे। हालांकि इस काबिल मिडफील्डरों के साथ रहते हुए बार्सिलोना में अपने नाम कायम किया। इसके बाद माइकल चिर प्रतिद्वंद्वी क्लब रियाल मैड्रिड में शामिल हुए। रियाल में आते ही उन्होंने टीम को ऊचाइयों पर पहुंचाया और उस सीजन का ला लिगा खिताब रियाल मैड्रिड के नाम हुआ। इस तरह माइकल लगातार पांच ला लिगा खिताब जीतने वाले पहले खिलाड़ी बने। इसमें से उन्होंने चार बार्सा के लिए और एक रियाल मैड्रिड के लिए जीता। 1993-94 सीजन में उन्होंने ‘एल क्लासिको’ मैच में बार्सिलोना के लिए शानदार गेम दिखाया और टीम ने मैड्रिड को 5-0 से हराया। इसके ठीक एक साल बाद माइकल रियाल मैड्रिड में आए और इस बार फिर अपने खेल के दम पर उन्होंने इस स्कोर को पलट दिया। इसके बाद वो एजेक्स में गए और फिर बाद में खेल को अलविदा कह दिया। अपने साथी खिलाड़ियों में माइकल का नाम की चर्चा हमेशा सबसे ऊपर रही। रियाल मैड्रिड के स्टार खिलाड़ी रॉल उन्हें बेहतरीन कहते थे, वहीं इनिएस्ता उन्हें सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर कहते हैं। माइलक ‘स्वानसी’ के मैनेजर बने और क्लब को 2013 में लीग कप जितवाया। अभी वो कतर में ‘अल रयान’ के मैनेजर हैं।