जब रोलिन बोर्ज्स को नेलो विन्गाड़ा ने डिफेंसिव मिडफील्ड की पोजीशन दी थी तो कई उँगलियाँ उठी थीं क्योंकि बोर्ज्स को इस पोजीशन में खेलने का बिलकुल एक्सपीरियंस नहीं रहा था; वो या तो मिडफील्ड टू की पोजीशन में खेलते थे या फिर एडवांस मिडफील्डर के रूप में।
पर इस खिलाड़ी ने ऐसा खेल दिखाया जैसे ये उनकी स्वाभाविक पोजीशन हो. नार्थ-ईस्ट के शीर्ष पर होने में भले ही निकोलस Velez, Katsumi Yusa और Emiliano Alfaro का बड़ा हाथ हो, पर बोर्ज्स वो धुरी रहे हैं जिस पर नार्थ ईस्ट की गाडी आगे बढ़ी है।
बोर्ज्स खुद को बहुत चपलता से पोजीशन करते हैं और डिफेंस से बॉल लेने को हमेशा तैयार रहते हैं। शार्ट और लॉन्ग हर प्रकार के पास के लिए उनके पास उम्दा तरीके हैं। उनका दुबला -पतला शरीर उनके खेल को कॉम्प्लीमेंट करता है।
जिस तरह बोर्ज्स खेल रहे हैं, यदि वो इसी तरह खेलते रहे तो प्रणय हल्दर और यूजीन्सन लिंगदोह को भारतीय टीम में अपनी जगह पुख्ता करने के लिए ज़रूर चिंता करनी पड़ जाएगी।
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